New
GS Foundation (P+M) - Delhi : 28th Sept, 11:30 AM Hindi Diwas Offer UPTO 75% + 10% Off, Valid Till : 15th Sept. 2025 GS Foundation (P+M) - Prayagraj : 25th Sept., 11:00 AM Hindi Diwas Offer UPTO 75% + 10% Off, Valid Till : 15th Sept. 2025 GS Foundation (P+M) - Delhi : 28th Sept, 11:30 AM GS Foundation (P+M) - Prayagraj : 25th Sept., 11:00 AM

भारत बीज ब्रांड

  • क्या है : ‘भारत बीज ब्रांड’ भारत सरकार द्वारा उपलब्ध विभिन्न फसलों के बीजों का एक समेकित ब्रांड है।
  • उपयोग : इस ब्रांड नाम के तहत भारतीय बीज सहकारी समिति लिमिटेड (BBSSL) फसल की पैदावार में सुधार के लिए गुणवत्ता वाले बीजों का उत्पादन, खरीद और वितरण करता है।
  • लक्ष्य : भारत बीज ब्रांड का प्राथमिक लक्ष्य किसानों को गुणवत्तापूर्ण बीज उपलब्ध कराकर फसल की पैदावार में सुधार करना है। 
  • वितरण नेटवर्क : बीजों का वितरण सहकारी नेटवर्क के माध्यम से किया जाता है।

इसे भी जानिए!

भारतीय बीज सहकारी समिति लिमिटेड के बारे में

  • स्थापना : सहकारिता मंत्रालय द्वारा बहुराज्य सहकारी सोसाइटी अधिनियम, 2002 के अंतर्गत वर्ष 2003 में इसकी स्थापना की गई थी।
  • उद्देश्य : फसल उपज में सुधार के लिए सहकारी नेटवर्क के माध्यम से एकल ब्रांड 'भारत बीज' के अंतर्गत गुणवत्तापूर्ण बीजों का उत्पादन, खरीद और वितरण करना।
  • वर्तमान स्थिति : अब तक 19,674 सहकारी समितियां बी.बी.एस.एस.एल. की सदस्य बन चुकी हैं। 
  • बी.बी.एस.एस.एल. को झारखंड सरकार से बीज लाइसेंस भी प्राप्त हुआ है। 
  • भारत बीज ब्रांड का प्रचार : बी.बी.एस.एस.एल. ने निम्नलिखित माध्यमों से लघु एवं सीमांत किसानों के बीच भारत बीज ब्रांड गुणवत्ता वाले बीजों के उपयोग और इसे अपनाने के बारे में जागरूकता बढ़ाने का भी निर्णय लिया है:
    • सोशल मीडिया व वेबसाइट के माध्यम से जागरूकता अभियान
    • विभिन्न स्तरों पर किसानों की बैठकें आयोजित करना
    • क्षेत्रीय कार्यशालाओं, सेमिनारों एवं सम्मेलनों का आयोजन करना।
    • राष्ट्रीय, राज्य एवं क्षेत्रीय स्तरों पर प्रदर्शनियों का आयोजन करना और प्रचारात्मक कार्यक्रमों में भाग लेना।

बीजों की गुणवत्ता से संबंधित पहलू 

  • विनियमन : बाजार में बिक्री वाले बीजों की गुणवत्ता को विनियमित करने के लिए बीज अधिनियम, 1966; बीज नियम, 1968 तथा बीज (नियंत्रण) आदेश, 1983 और संबंधित संशोधनों के तहत पर्याप्त उपबंध उपलब्ध हैं।
  • प्रजनक इंडेंट का आधार : कृषि एवं किसान कल्याण विभाग, विभिन्न फसलों के प्रजनक बीज राज्य सरकारों और निजी बीज कंपनियों को उनके द्वारा एक वर्ष पूर्व प्राप्त प्रजनक इंडेंट के आधार पर आवंटित करता है।
    • प्रजनक इंडेंट, एक ऐसा दस्तावेज है जिसके माध्यम से राज्य सरकारें और निजी बीज कंपनियां, कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय से विभिन्न फसलों के लिए प्रजनक बीज की मांग करती हैं ताकि वे आधार और प्रमाणित बीज का उत्पादन कर किसानों को वितरित कर सकें।
  • साथी पोर्टल : कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय ने 19 अप्रैल, 2023 को बीज प्रमाणीकरण, पता लगाने की क्षमता एवं समग्र सूची (साथी) पोर्टल बीज ट्रेसेबिलिटी को लॉन्च किया है।
    • यह पोर्टल नाभिक-प्रजनक-आधार-प्रमाणित बीज से बीज श्रृंखला को कवर करते हुए प्रभावी निगरानी, दक्षता और पारदर्शिता सुनिश्चित करता है।
    • बीज श्रृंखला में बीज डीलरों और वितरकों सहित निजी एजेंसियां भी शामिल हैं।
« »
  • SUN
  • MON
  • TUE
  • WED
  • THU
  • FRI
  • SAT
Have any Query?

Our support team will be happy to assist you!

OR
X