चर्चा में क्यों?
केंद्रीय कोयला और खान मंत्री श्री जी. किशन रेड्डी ने कोयला खान भविष्य निधि संगठन (CMPFO) के डिजिटल प्लेटफॉर्म C CARES वर्जन 2.0 का शुभारंभ किया।

प्रमुख बिंदु :-
- यह वेब पोर्टल सी-डैक (C-DAC) द्वारा विकसित किया गया है और भारतीय स्टेट बैंक (SBI) की तकनीकी साझेदारी में तैयार किया गया है।
- यह पहल डिजिटल इंडिया और न्यूनतम सरकार, अधिकतम शासन की नीति के अनुरूप है।
उद्देश्य और लक्ष्य
- कोयला श्रमिकों के भविष्य निधि (PF) और पेंशन संवितरण को पारदर्शी और डिजिटल बनाना।
- CMPFO, श्रमिकों और कोयला कंपनियों के बीच एक एकीकृत डिजिटल इंटरफेस प्रदान करना।
- रियल-टाइम अपडेट, प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (DBT) और शिकायत निवारण को सरल बनाना।
सीएमपीएफओ का पृष्ठभूमि परिचय
- स्थापना: 1948 में, कोयला मंत्रालय के अधीन।
- सेवा क्षेत्र: 3.3 लाख PF सदस्य और 6.3 लाख पेंशनधारक लाभार्थी।
- मूल C CARES पोर्टल डिजिटल प्रक्रियाओं की शुरुआत था, जबकि C CARES 2.0 एक उन्नत और व्यापक संस्करण है।
C CARES 2.0 की मुख्य विशेषताएं
डिजिटल और वित्तीय मॉड्यूल
- रियल-टाइम में दावा ट्रैकिंग, स्थिति अद्यतन की सुविधा।
- PF और पेंशन का DBT के माध्यम से सीधा भुगतान।
- कोयला कंपनियों से प्राप्त डेटा के आधार पर स्वचालित लेजर अपडेट।
मोबाइल एप्लीकेशन
- श्रमिक अपने प्रोफ़ाइल, पीएफ बैलेंस, दावे की स्थिति देख सकते हैं।
- चैटबॉट-आधारित शिकायत निवारण प्रणाली उपलब्ध।
प्रशासनिक डैशबोर्ड
- CMPFO और कंपनियों के लिए रुझानों का विश्लेषण, कस्टम रिपोर्टिंग और
पूर्वानुमान विश्लेषण की सुविधा।
प्रारंभिक रोलआउट स्थान
पायलट चरण में 5 क्षेत्रीय कार्यालयों में शुरू हुआ:
- गोदावरीखानी और कोठागुडेम (SCCL)
- आसनसोल-I (ECL)
- बिलासपुर (SECL)
- नागपुर (WCL)
- 1 जुलाई 2025 से यह सेवा देशव्यापी रूप से लागू की जाएगी।
महत्व और प्रभाव
- कोयला श्रमिकों को पारदर्शी, सुलभ और तेज सेवाएं मिलेंगी।
- बकाया भुगतान में देरी कम होगी और प्रसंस्करण समय घटेगा।
- यह पहल ई-गवर्नेंस, डिजिटल भारत, और श्रमिक सशक्तिकरण की दिशा में एक अहम कदम है।
प्रश्न :-निम्न में से C CARES 2.0 किस मंत्रालय की डिजिटल पहल है?
(a) श्रम मंत्रालय
(b) वित्त मंत्रालय
(c) कोयला मंत्रालय
(d) सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय
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