हाल ही में, ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने कम-से-कम 14 आकाशगंगाओं द्वारा खोजे गए लगभग 50 मिलियन प्रकाश वर्ष लंबे कॉस्मिक फिलामेंट (Cosmic Filament: ब्रह्मांडीय तंतु) की रिपोर्ट दी है।
कॉस्मिक फिलामेंट के बारे में
- ‘कॉस्मिक’ या ‘गैलेक्सी’ फिलामेंट ब्रह्मांड के ‘कॉस्मिक वेब (Cosmic Web)’ में सबसे बड़े ‘धागे’ (Threads) हैं। एक एकल कॉस्मिक फिलामेंट संरचना करोड़ों प्रकाशवर्ष तक विस्तारित होती है।
- ये फिलामेंट ब्रह्मांड में ज्ञात सबसे बड़ी संरचनाएँ हैं जो आकाशगंगाओं एवं डार्क मैटर की विशाल व सूत्र जैसी संरचनाएँ हैं जो एक ब्रह्मांडीय मचान (Cosmic Scaffolding) का निर्माण करती हैं।
- ये कॉस्मिक वेब फिलामेंट नर्सरी के रूप में कार्य करते हैं जहाँ आकाशगंगाएँ अपने तारा निर्माण को ईंधन देने वाली प्राचीन गैस को एकत्रित करके विकसित होती हैं।
- इसका निर्माण गुरुत्वाकर्षण के कारण गैस, डार्क मैटर एवं आकाशगंगाओं को लंबी व पतली धागों में खींचने के परिणामस्वरूप होता है जो आकाशगंगाओं के विशाल समूहों को जोड़ते हैं।
- ये फिलामेंट अंतरिक्ष के विशाल व खाली क्षेत्रों को भी घेरे रहते हैं जिन्हें रिक्तियाँ (Void) कहते हैं। जहाँ पदार्थ की पत्रक एक-दूसरे को प्रतिच्छेद करती हैं और उनका पतन हो जाता है, वहाँ एक फिलामेंट बनता है। वे हाइवे (राजमार्ग) की तरह भी हैं जिनके साथ गैस एवं छोटी आकाशगंगाएँ बड़े समूहों की ओर ‘प्रवाहित’ होती हैं।
- ये फिलामेंट यह तय करने में मदद करते हैं कि आकाशगंगाएँ कहाँ बनती हैं, वे कितनी तेजी से बढ़ती हैं और अरबों वर्षों में उन्हें कितनी ताज़ा गैस प्राप्त होती है।