2 जुलाई, 2025 को स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि कोविड-19 टीकाकरण और देश में अचानक मौतों की रिपोर्ट के बीच कोई सीधा संबंध नहीं है। कई एजेंसियों के माध्यम से इन मामलों की जांच के बाद यह निर्णायक रूप से स्थापित हो गया है।
शोध अध्ययन के बारे में
- शोधकर्ता : भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) और राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (NCDC) द्वारा
- उद्देश्य : कोविड-19 टीकाकरण और अचानक होने वाली मौतों के बीच संभावित संबंधों की जांच करना
- अध्ययन की प्रक्रिया
- आई.सी.एम.आर. का अध्ययन : 18-45 वर्ष के वयस्कों में अचानक मौतों के कारणों पर आधारित था, जो मई से अगस्त 2023 तक 47 अस्पतालों में किया गया।
- एम्स का अध्ययन : यह अध्ययन वर्तमान में जारी है और इसका उद्देश्य युवाओं में अचानक मौतों के सामान्य कारणों की पहचान करना है।
- प्रमुख निष्कर्ष
- कोविड-19 टीकाकरण एवं अचानक मौतों का कोई संबंध नहीं है।
- बिना निर्णायक प्रमाणों के ऐसे दावे लोगों का विश्वास कम कर सकते हैं जो सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकते हैं।
- कोविड-19 के टीके सुरक्षित एवं प्रभावी हैं और इनके गंभीर दुष्प्रभाव बहुत कम हैं।
- हृदय संबंधी कारण जैसे आनुवंशिकी, जीवनशैली, पहले से मौजूद बीमारियाँ और कोविड-19 के बाद की जटिलताएँ अचानक मौतों के प्रमुख कारण हैं।