चर्चा में क्यों?
डीएफसीसी बैंक ने हाल ही में एनएसई इंटरनेशनल एक्सचेंज (एनएसई IX) पर अपने ग्रीन बॉन्ड को सूचीबद्ध किया है, जिससे यह ऐसा करने वाला पहला विदेशी कॉर्पोरेट जारीकर्ता बन गया है।

प्रमुख बिंदु:
- इस बैंक ने अपने ग्रीन बॉन्ड को गुजरात के GIFT सिटी स्थित ग्रैंड मर्क्योर होटल में आयोजित समारोह में सूचीबद्ध किया।
- यह ग्रीन बॉन्ड LKR 2.5 बिलियन (लगभग ₹65 करोड़) मूल्य का है।
- इस बॉन्ड से प्राप्त धन का उपयोग रूफटॉप और ज़मीन पर स्थापित सौर ऊर्जा परियोजनाओं के वित्तपोषण में किया जाएगा।
- इस बॉन्ड का प्रारंभिक निर्गम श्रीलंका में हुआ था।
- इसे पहले लक्ज़मबर्ग स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध किया जा चुका है।
- अब इसे भारत के NSE इंटरनेशनल एक्सचेंज (NSE IX), GIFT सिटी में भी सूचीबद्ध किया गया है।
सामरिक महत्व:
- भारत-श्रीलंका पूंजी बाजार संबंधों में मजबूती: यह कदम क्षेत्रीय वित्तीय संबंधों को गहरा करने की दिशा में अग्रसर है।
- GIFT सिटी को ग्लोबल फाइनेंशियल हब बनाने की दिशा में प्रगति: यह लिस्टिंग GIFT IFSC के लिए एक प्रेरणादायक मॉडल बन सकती है।
- बिम्सटेक सहयोग: यह पहल क्षेत्रीय आर्थिक समावेशन और वित्तीय एकीकरण को बढ़ावा देती है।
- ग्रीन फाइनेंस और एसडीजी का समर्थन:
- SDG 7: सस्ती और स्वच्छ ऊर्जा
- SDG 13: जलवायु कार्रवाई
- ICMA के ग्रीन बॉन्ड प्रिंसिपल्स के अनुरूप
हितधारकों की भागीदारी:
अतिथि / प्रतिनिधि
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पद / संस्था
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के. राजारमन
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अध्यक्ष, IFSCA (अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र प्राधिकरण)
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थिमल परेरा
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CEO, DFCC बैंक
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प्रिंस परेरा
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SVP, ट्रेजरी और निवेश, DFCC बैंक
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वी. बालासुब्रमण्यम
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MD और CEO, NSE IX
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डेवलपमेंट फाइनेंस कॉरपोरेशन ऑफ सीलोन (DFCC)
- यह श्रीलंका का एक प्रमुख व विकासोन्मुख बैंक है।
- इसकी स्थापना 1955 में हुई थी।
- मुख्यालय: कोलंबो, श्रीलंका
GIFT सिटी (गुजरात इंटरनेशनल फाइनेंस टेक-सिटी) में स्थित NSE इंटरनेशनल एक्सचेंज (NSE IX) के बारे में:
- NSE International Exchange (NSE IX), भारत के पहले अंतरराष्ट्रीय मल्टी-एसेट एक्सचेंज की शुरुआत GIFT सिटी, गुजरात (GIFT IFSC) में 5 जून 2017 को की गई थी।
- यह NSE (National Stock Exchange of India Ltd) की स्वामित्व वाली एक पूरी तरह से स्वायत्त सहायक कंपनी है, जिसे IFSCA द्वारा मान्यता प्राप्त है
प्रश्न.हाल ही में NSE इंटरनेशनल एक्सचेंज (NSE IX) पर ग्रीन बॉन्ड सूचीबद्ध करने वाला पहला विदेशी कॉर्पोरेट जारीकर्ता कौन बना?
(a) HSBC
(b) DFCC बैंक
(c) Standard Chartered
(d) Axis Bank
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