8 जुलाई, 2025 को यूरोपीय संघ ने बुल्गारिया को 1 जनवरी, 2026 से यूरो अपनाने के लिए अंतिम हरी झंडी दे दी, जिससे वह एकल मुद्रा क्षेत्र का 21वां सदस्य बन जाएगा।
यूरो मुद्रा क्षेत्र के बारे में
- क्या है: यह क्षेत्र यूरोपीय संघ (EU) के ऐसे देशों का समूह है जो यूरो (€) को अपनी आधिकारिक मुद्रा के रूप में उपयोग करते हैं। इस क्षेत्र को यूरोज़ोन (Eurozone) भी कहा जाता है।
- वर्तमान में यूरोपीय संघ में कुल 27 देश हैं।
- वर्तमान सदस्य (कुल 20 देश) : ऑस्ट्रिया, बेल्जियम, क्रोएशिया, साइप्रस, एस्टोनिया, फिनलैंड, फ्रांस, जर्मनी, ग्रीस, आयरलैंड, इटली, लातविया, लिथुआनिया, लक्ज़मबर्ग, माल्टा, नीदरलैंड, पुर्तगाल, स्लोवाकिया, स्लोवेनिया और स्पेन
- नया सदस्य– बुल्गारिया
- इसने यूरोपीय संघ में शामिल होने के 19 वर्ष बाद यह निर्णय लिया है।
- बुल्गारिया की अर्थव्यवस्था का यूरो के साथ एकीकरण होने से व्यापार एवं निवेश में वृद्धि होगी।
- यूरोपीय संघ के वित्त मंत्रियों ने आधिकारिक तौर पर यूरो को 1.95583 बुल्गारियाई लेव (स्थानीय मुद्रा) पर निर्धारित किया।
यूरो मुद्रा क्षेत्र की पृष्ठभूमि
- मास्ट्रिच संधि (1992): यूरो मुद्रा की स्थापना का आधार, आर्थिक एवं मौद्रिक संघ (EMU) की शुरुआत है।
- यूरो की शुरूआत:
- 1 जनवरी 1999: वित्तीय लेनदेन के लिए यूरो की शुरूआत (अभौतिक)
- 1 जनवरी 2002: सिक्के एवं नोट प्रचलन में आए (भौतिक रूप में)
- प्रारंभिक सदस्य (1999): 11 देश (ऑस्ट्रिया, बेल्जियम, फिनलैंड, फ्रांस, जर्मनी, आयरलैंड, इटली, लक्ज़मबर्ग, नीदरलैंड, पुर्तगाल, स्पेन)
प्रशासन
- यूरोपीय सेंट्रल बैंक (ECB) : यूरो की मौद्रिक नीति का प्रबंधन
- यूरो ग्रुप : यूरोज़ोन के वित्त मंत्रियों के समूह द्वारा आर्थिक नीतियों का समन्वय
यूरो मुद्रा क्षेत्र का महत्व
- आर्थिक एकीकरण : यूरोज़ोन देशों में मुक्त व्यापार, पूंजी प्रवाह एवं श्रम गतिशीलता को बढ़ावा
- मूल्य स्थिरता : यूरोपीय सेंट्रल बैंक (ECB) द्वारा मुद्रास्फीति नियंत्रण (2% के करीब लक्ष्य)
- वैश्विक प्रभाव : यूरो विश्व की दूसरी सबसे बड़ी रिजर्व व कारोबारी मुद्रा (अमेरिकी डॉलर के बाद)
- वित्तीय स्थिरता : यूरो क्षेत्र में बैंकिंग एवं वित्तीय प्रणाली का एकीकरण
- यात्रा सुविधा : यूरोज़ोन में एक ही मुद्रा से यात्रा एवं लेनदेन में आसानी