चर्चा में क्यों?
अजमेर में ट्रांसजेंडरों का पहला अखिल भारतीय सम्मेलन आयोजित किया गया।

प्रमुख बिंदु:
- स्थान: अजमेर, राजस्थान
- अवधि: दस दिवसीय सम्मेलन
- आयोजन: गद्दीपति सलोनी नायक ने अपनी गुरु अनिता बाई की स्मृति में किया
- महत्व: ट्रांसजेंडर समुदाय की सामाजिक और सांस्कृतिक पहचान को सुदृढ़ करने के लिए
- उद्देश्य: ट्रांसजेंडर समुदाय के अधिकारों, परंपराओं और आध्यात्मिकता पर चर्चा करना
- इस सम्मेलन में कई सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए गए थे।
- खिचड़ी तुलाई उत्सव में किए गए पंच अनुष्ठान में समुदाय के लगभग 2,000 सदस्य शामिल हुए।
ट्रांसजेंडर समुदाय:

- इन व्यक्तियों की लैंगिक पहचान उनके जन्म के समय निर्धारित लिंग से भिन्न होती है।
- वे पुरुष या महिला के पारंपरिक श्रेणियों से अलग हो सकते हैं या दोनों का मिश्रण महसूस कर सकते हैं।
- ट्रांसजेंडर समुदाय के प्रकार:
- हिजड़ा समुदाय: भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश में पारंपरिक रूप से मान्यता प्राप्त ट्रांसजेंडर समूह।
- ट्रांसमैन: जन्म के समय महिला के रूप में पहचाने गए, लेकिन उनकी पहचान पुरुष की होती है।
- ट्रांसवुमन: जन्म के समय पुरुष के रूप में पहचाने गए, लेकिन उनकी पहचान महिला की होती है।
- नॉन-बाइनरी व्यक्ति: जो स्वयं को पुरुष या महिला की श्रेणी में नहीं रखते।
- जेंडर फ्लूइड: जिनकी लैंगिक पहचान समय के साथ बदलती रहती है।
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प्रश्न. हाल ही में ट्रांसजेंडरों का पहला अखिल भारतीय सम्मेलन कहां आयोजित किया गया?
(a) वाराणसी
(b) उज्जैन
(c) अजमेर
(d) जयपुर
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