केंद्र सरकार ने अडानी पावर लिमिटेड (APL) द्वारा संचालित ‘गोड्डा अल्ट्रा सुपर क्रिटिकल थर्मल पावर प्लांट’ को भारतीय विद्युत ग्रिड से जोड़ने की मंजूरी दी है।
इससे गोड्डा प्लांट की उत्पादन क्षमता का लाभ देश के घरेलू वितरण कंपनियों को भी मिलेगा। वर्तमान में यह प्लांट केवल बांग्लादेश को विद्युत् आपूर्ति कर रहा है।
गोड्डा प्लांट के बारे में
अवस्थिति:यह प्लांट झारखंड के गोड्डा जिले में स्थित है।
मार्च 2019 में इसे केंद्र सरकार ने स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन (SEZ) घोषित किया।
केंद्र की मंजूरी
मंजूरी: केंद्र ने APL को गोड्डा प्लांट को इंडियन ग्रिड से जोड़ने के लिए ओवरहेड ट्रांसमिशन लाइन बिछाने की अनुमति दी।
कानूनी आधार: विद्युत अधिनियम, 2003 और भारतीय टेलीग्राफ अधिनियम, 1885 के तहत
मंजूरी अवधि:25 वर्षों की
पर्यावरण संरक्षण: यदि लाइन का मार्ग ग्रेट इंडियन बस्टर्ड (GIB) क्षेत्र से गुजरता है तो सर्वोच्च न्यायालय की दिशा-निर्देश का पालन अनिवार्य है।
लाभ
अब प्लांट की बिजली भारत के घरेलू वितरण नेटवर्क में जाएगी।
ISTS (Inter-State Transmission System) के माध्यम से अतिरिक्त बिजली की मांग वाले क्षेत्रों तक आपूर्ति सुनिश्चित होगी।
भारत की बढ़ती बिजली मांग को पूरा करने में यह कदम सहायक होगा।
स्थानीय क्षेत्रों में रोजगार सृजन और वितरण नेटवर्क के विस्तार का अवसर सृजित होगा।