चर्चा में क्यों?
भारत सरकार ने बैटरी प्रणाली में पारदर्शिता और सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए नई दिल्ली में आयोजित बैटरी शिखर सम्मेलन 2025 में बैटरी आधार परियोजना शुरू की है।

प्रमुख बिंदु:
- बैटरी शिखर सम्मेलन में केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने बैटरी आधार परियोजना का शुभारंभ किया।
- सरकार का यह कदम इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए अनियमित चार्जिंग स्टेशनों से उत्पन्न सुरक्षा खतरों पर बढ़ती चिंताओं के बीच उठाया गया है।
बैटरी आधार परियोजना के बारे में:
- बैटरी आधार परियोजना का उद्देश्य स्थानीय रूप से निर्मित इलेक्ट्रिक वाहन (EV) बैटरियों को एक विशिष्ट डिजिटल पहचान देना है,
- ताकि उनकी ट्रैकिंग, पुन: उपयोग और सुरक्षित निपटान सुनिश्चित किया जा सके।
मुख्य विशेषताएँ
- डिजिटल पहचान: प्रत्येक बैटरी को एक यूनिक डिजिटल आईडी दी जाएगी, जिसमें निम्नलिखित जानकारी शामिल होगी:
- बैटरी निर्माता की पहचान
- उपयोग का इतिहास
- बैटरी की सामग्री संरचना
- लाभ:
- पारदर्शिता को बढ़ावा
- प्रयुक्त बैटरियों का रखरखाव और सुरक्षित निपटान
- नकली बैटरियों की बिक्री पर रोक
- नियामकीय अनुपालन सुनिश्चित करना
- स्थायी बैटरी प्रथाओं को प्रोत्साहन
कार्यान्वयन एजेंसियाँ
- प्रमुख संस्था:
- विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (DST), भारत सरकार
- सहयोगी संस्थाएँ:
- नीति आयोग
- संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP)
- वैश्विक पर्यावरण सुविधा (GEF)
- बड़ी पहल का हिस्सा:
- “शहरों में विद्युत गतिशीलता: भारत में इलेक्ट्रिक गतिशीलता में परिवर्तन में निवेश” (Cities' Electric Mobility Initiative by UNEP-GEF)
उद्देश्य:
- भारत के ई-मोबिलिटी संक्रमण को समर्थन
- बैटरी जीवनचक्र की निगरानी
- सर्कुलर इकोनॉमी और हरित प्रौद्योगिकी को बढ़ावा
बैटरी शिखर सम्मेलन 2025
- स्थान: नई दिल्ली
- आयोजक: डब्ल्यूआरआई इंडिया ने नीति आयोग, यूएनईपी और बैटरी 360 एलायंस के सहयोग से आयोजन किया।
- ज्ञान भागीदार: विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (DST)
- उद्देश्य:
- बैटरी पारिस्थितिकी तंत्र की चुनौतियों व अवसरों पर चर्चा
- इलेक्ट्रिक मोबिलिटी को बढ़ावा देना
- सरकारी अधिकारियों, उद्योग विशेषज्ञों, स्टार्टअप्स, शिक्षाविदों व निवेशकों को साझा मंच प्रदान करना
प्रश्न. बैटरी आधार परियोजना का शुभारंभ किस स्थान पर हुआ?
(a) हैदराबाद
(b) बेंगलुरु
(c) नई दिल्ली
(d) मुंबई
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