चर्चा में क्यों ?
- IEA की रिपोर्ट के अनुसार, 2024 में ऊर्जा क्षेत्र से लगभग 145 मिलियन टन (एमटी) मीथेन उत्सर्जन होने का अनुमान है।

प्रमुख बिंदु ;-
- इसमें से 80 एमटी से अधिक तेल और गैस सुविधाओं से आएगा।
- यह उत्सर्जन स्तर उपलब्ध तकनीकी और नीतिगत उपायों के बावजूद अब भी 'अत्यधिक उच्च' बना हुआ है।
- मीथेन एक अत्यंत शक्तिशाली ग्रीनहाउस गैस है, जो औद्योगिक क्रांति के बाद से वैश्विक तापमान में लगभग 30% वृद्धि के लिए जिम्मेदार मानी जाती है।
- इसकी वायुमंडलीय सांद्रता अब पूर्व-औद्योगिक स्तर की तुलना में ढाई गुना अधिक हो गई है और यह अन्य ग्रीनहाउस गैसों की तुलना में अधिक तीव्र गति से बढ़ रही है।
मीथेन उत्सर्जन के मुख्य स्रोत
- IEA के अनुसार, मानवीय गतिविधियों से होने वाले मीथेन उत्सर्जन के तीन मुख्य स्रोत हैं:
- कृषि क्षेत्र
- ऊर्जा क्षेत्र
- अपशिष्ट प्रबंधन क्षेत्र
- इनमें से ऊर्जा क्षेत्र – जिसमें तेल, प्राकृतिक गैस, कोयला और जैव ऊर्जा शामिल हैं – से 35% से अधिक मीथेन उत्सर्जन होता है।
मीथेन गैस (Methane Gas)
- रासायनिक सूत्र: CH₄
- एक सरलतम हाइड्रोकार्बन
- रंगहीन, गंधहीन, ज्वलनशील गैस
- प्राकृतिक गैस का प्रमुख घटक (~70-90%)
- ग्रीनहाउस गैसों में CO₂ के बाद सबसे प्रभावशाली गैस
प्राकृतिक स्रोत
- आर्द्रभूमियाँ (Wetlands) – बैक्टीरिया द्वारा सड़न प्रक्रिया
- जैविक अपघटन – चावल की खेती, जुगाली करने वाले पशु
- पारंपरिक खनिज ईंधन – कोयले की खदानें, तेल और गैस क्षेत्र
- समुद्री हाइड्रेट्स – गहरे समुद्र में जमा बर्फनुमा मीथेन
मानवजनित स्रोत (Anthropogenic Sources)
- कृषि (पशु पालन, चावल की खेती)
- कचरा डंपिंग ग्राउंड (लैंडफिल्स)
- तेल और गैस उत्पादन (लीकेज व फ्लेयरिंग)
- कोयला खनन
- बायोगैस प्लांट
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ऊर्जा क्षेत्र में उत्सर्जन का विश्लेषण
- IEA के विश्लेषण के मुताबिक 2024 में ऊर्जा उपक्षेत्रों से मीथेन उत्सर्जन इस प्रकार रहा:
- तेल संचालन – 45 मीट्रिक टन
- प्राकृतिक गैस संचालन – 35 मीट्रिक टन
- त्यागे गए कुएं – 3 मीट्रिक टन
- अंतिम उपयोग उपकरण – 2 मीट्रिक टन
- कोयला खनन – 40 मीट्रिक टन
वैश्विक उत्सर्जन में अग्रणी देश
- ऊर्जा क्षेत्र के मीथेन उत्सर्जन में अग्रणी देश निम्नलिखित हैं:
- चीन
- संयुक्त राज्य अमेरिका
- रूस
- ईरान
- तुर्कमेनिस्तान
- भारत
- वेनेजुएला
- इंडोनेशिया
अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी (IEA)(International Energy Agency)
- स्थापना
- वर्ष: 1974
- पृष्ठभूमि: 1973 के तेल संकट के बाद
- मुख्यालय: पेरिस, फ्रांस
- सदस्य देश: 31 (सभी OECD देश)
- मुख्य उद्देश्य
- ऊर्जा सुरक्षा को सुनिश्चित करना
- आर्थिक विकास को ऊर्जा के माध्यम से समर्थन देना
- पर्यावरणीय सुरक्षा और स्थिरता को बढ़ावा
- विश्व ऊर्जा बाजार में पारदर्शिता और विश्वसनीय डाटा उपलब्ध कराना
प्रमुख कार्य एवं रिपोर्ट्स
IEA ऊर्जा क्षेत्र में वैश्विक नेतृत्व प्रदान करता है और कई महत्वपूर्ण रिपोर्टें जारी करता है:
रिपोर्ट का नाम
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उद्देश्य
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World Energy Outlook (WEO)
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वैश्विक ऊर्जा मांग, आपूर्ति और जलवायु पर पूर्वानुमान
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Global Methane Tracker
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मीथेन उत्सर्जन पर डाटा और विश्लेषण
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Energy Technology Perspectives
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ऊर्जा तकनीकों के भविष्य पर शोध
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प्रश्न :-निम्न में से वर्ष -2024 में ऊर्जा क्षेत्र से मीथेन उत्सर्जन के लिए निम्न में से कौन-सा देश सबसे अधिक जिम्मेदार रहा?
(a) रूस
(b) भारत
(c) चीन
(d) अमेरिका
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