चर्चा में क्यों?
42 वर्षों के लंबे अंतराल के बाद, भारत 2025 में इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (IATA) की वार्षिक आम बैठक की मेज़बानी करने जा रहा है।

प्रमुख बिंदु:
- यह प्रतिष्ठित वैश्विक आयोजन 2 जून 2025 को दिल्ली में आयोजित किया जाएगा।
- इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अंतरराष्ट्रीय एविएशन सेक्टर के प्रतिनिधियों को संबोधित करेंगे।
- भारत ने पिछली बार IATA की मेजबानी वर्ष 1983 में की थी।
International Air Transport Association (IATA) क्या है?
- यह एक वैश्विक व्यापार संगठन है जो अंतरराष्ट्रीय एयरलाइन कंपनियों का प्रतिनिधित्व करता है।
- इसकी स्थापना 1945 में की गई थी।
- वर्तमान में यह 100 से अधिक देशों की 300 से अधिक एयरलाइनों का प्रतिनिधित्व करता है।
- इसका मुख्य उद्देश्य वैश्विक हवाई परिवहन को सुरक्षित, कुशल, आर्थिक और पर्यावरण के अनुकूल बनाना है।
बैठक में क्या होगा?
- उद्घाटन सत्र में प्रधानमंत्री मोदी का संबोधन - वे भारत की विमानन नीति, कनेक्टिविटी मिशन, और वैश्विक सहयोग की दिशा में भारत के दृष्टिकोण को साझा करेंगे।
- मुख्य मुद्दे:
- विमानन क्षेत्र में स्थिरता (Sustainability)
- नेट-जीरो उत्सर्जन लक्ष्य
- उभरते बाजारों में कनेक्टिविटी
- एयरलाइन सुरक्षा और यात्रियों की सुविधा
- वैश्विक साझेदारी और तकनीकी नवाचार
भागीदारी:
- 100+ देशों से 300 से अधिक वैश्विक प्रतिनिधि
- प्रमुख एयरलाइंस जैसे - Emirates, Qatar Airways, Lufthansa, Singapore Airlines आदि
- विमानन तकनीक और नीति से जुड़े संगठनों की भी भागीदारी।
प्रश्न. भारत कितने वर्षों के अंतराल के बाद IATA की वार्षिक आम बैठक की मेज़बानी कर रहा है?
(a) 25 वर्ष
(b) 35 वर्ष
(c) 42 वर्ष
(d) 50 वर्ष
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