भारत को स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में ऐतिहासिक कदम उठाते हुए सिंगरेनी कोलियरीज कंपनी (SCCL) और अल्टमिन (Altmin) ने हैदराबाद में देश की पहली बड़े पैमाने की बैटरी-ग्रेड लिथियम रिफाइनरी स्थापित करने के लिए एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं।
परियोजना से संबंधित प्रमुख तथ्य
- ‘तेलंगाना राइजिंग समिट’ के दौरान मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी की उपस्थिति में इस साझेदारी की घोषणा की गई। इस परियोजना के प्रमुख बिंदु निम्नलिखित हैं-
- कुल निवेश: ₹2,250 करोड़
- उत्पादन क्षमता: 30,000 टन प्रति वर्ष (लिथियम कार्बोनेट)
- संचालन लक्ष्य: वर्ष 2027 तक रिफाइनरी के चालू होने की उम्मीद
- साझेदारी: SCCL एवं अल्टमिन के बीच संयुक्त उद्यम (Joint Venture)
- इसका उद्देश्य लिथियम शोधन को देश के भीतर विकसित करना और वैश्विक मानकों पर आधारित उन्नत तकनीकों को भारत में लागू करना है।
रणनीतिक महत्व: आयात पर निर्भरता में कमी
वर्तमान में भारत अपनी लिथियम जरूरतों के लिए बड़े पैमाने पर आयात पर निर्भर है। यह रिफाइनरी इस परिदृश्य को बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी जो इस प्रकार है-
- स्वच्छ ऊर्जा परिवर्तन: यह रिफाइनरी इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) और ऊर्जा भंडारण प्रणालियों (ESS) के लिए ‘बैटरी-ग्रेड’ लिथियम की उपलब्धता सुनिश्चित करेगी।
- ऊर्जा सुरक्षा: वैश्विक संसाधनों से कच्चे माल की दीर्घकालिक आपूर्ति सुनिश्चित होगी जिससे भारत की ऊर्जा सुरक्षा मजबूत होगी। साथ ही, परिष्कृत लिथियम के आयात पर निर्भरता में उल्लेखनीय कमी आएगी।
- स्थानीय विनिर्माण: वैश्विक स्तर की शोधन तकनीक का भारत में आयात कर ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियान को नई गति देगी।
परियोजना के लाभ
- एकीकृत पारिस्थितिकी तंत्र: रिफाइनरी की स्थापना से सेल निर्माण, उन्नत सामग्री और स्वच्छ गतिशीलता (Clean Mobility) क्षेत्र में भारी निवेश आकर्षित होगा।
- रोजगार सृजन: उच्च-स्तरीय तकनीकी कौशल और हजारों नए रोजगार के अवसरों का सृजन संभव होगा।
- सरकारी सहयोग: राज्य सरकार बुनियादी ढाँचागत सहायता, तीव्र अनुमोदन और पारिस्थितिकी तंत्र समन्वय के माध्यम से इस परियोजना को पूर्ण सहयोग प्रदान करेगी।
लिथियम
लिथियम एक महत्वपूर्ण खनिज है जो इलेक्ट्रिक वाहनों, ऊर्जा भंडारण प्रणालियों और स्वच्छ ऊर्जा परिवर्तन के लिए केंद्रीय महत्व रखता है। सरकार के अनुसार, देश में ही बैटरी-ग्रेड लिथियम का शोधन विकसित होने से ईवी और उन्नत बैटरी निर्माण पारिस्थितिकी तंत्र को तेज़ी से आगे बढ़ने में सहायता मिलेगी।