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भारत-श्रीलंका संबंध

(प्रारंभिक परीक्षा : समसामयिक अंतर्राष्ट्रीय घटनाक्रम)
(मुख्य परीक्षा, सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र-2 : द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक समूह और भारत से संबंधित और/अथवा भारत के हितों को प्रभावित करने वाले करार)

संदर्भ

प्रधानमंत्री मोदी ने श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके के निमंत्रण पर 4 से 6 अप्रैल, 2025 तक श्रीलंका की राजकीय यात्रा की।

प्रधानमंत्री मोदी की श्रीलंका यात्रा के बारे में

  • प्रधानमंत्री मोदी एवं राष्ट्रपति अनुरा दिसानायके के बीच द्विपक्षीय वार्ता हुई।
    • श्रीलंका के राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री मोदी को ‘श्रीलंका मित्र विभूषण पुरस्कार’ प्रदान किया।
    • यह विदेशी नेताओं को दिया जाने वाला श्रीलंका का सर्वोच्च सम्मान है।
    • पहली बार किसी भारतीय नेता को यह पुरस्कार प्राप्त हुआ है।
  • प्रधानमंत्री को यह पुरस्कार भारत-श्रीलंका मैत्री को मजबूत करने में उनके स्थायी योगदान के लिए प्रदान किया गया।
    • दोनों नेताओं ने अनुराधापुरा में पवित्र जयश्री महाबोधि मंदिर में प्रार्थना की।
  • एशिया में यह बौद्ध धर्म के अनुयायियों का प्रसिद्ध धार्मिक स्‍थल है और दोनों देशों के गहरे आध्यात्मिक एवं सांस्‍कृतिक संबंधों का प्रतीक भी है।
  • इस अवसर पर दोनों नेताओं ने भारतीय मछुआरों की रिहाई के मुद्दे पर चर्चा की। इसके बाद श्रीलंका सरकार ने 11 भारतीय मछुआरों को रिहा किया।

यात्रा के प्रमुख परिणाम

इसे भी जानिए!

  • ऐसा माना जाता है कि जयश्री महाबोधि मंदिर में पवित्र बोधि वृक्ष तीसरी शताब्दी ईसा पूर्व में सम्राट अशोक की पुत्री संगमित्ता महा थेरी (संघमित्रा) द्वारा भारत से श्रीलंका लाए गए ‘बो पौधे’ (Bo Sapling) से विकसित हुआ है।
  • आत्मस्थान या आठ पवित्र स्थान श्रीलंका में पवित्र बौद्ध स्थलों की एक श्रृंखला है। श्रीलंकाई परंपरा के अनुसार महात्मा बुद्ध श्रीलंका की अपनी तीन यात्राओं के दौरान इन स्थानों पर गए थे। इन पवित्र स्थानों को जयश्री महाबोधि, रुवानवेलिसया, थुपरमाया, लोवमहापाया, अभयगिरी दगाबा, जेतवनराम, मिरिसावेती स्तूप एवं लंकाराम के नाम से जाना जाता है। ये प्राचीन अनुराधापुरा साम्राज्य की राजधानी अनुराधापुरा में स्थित हैं। आत्मस्थान के प्रमुख को आत्मस्थानाधिपति (महान आठ बौद्ध तीर्थस्थलों का प्रमुख) कहा जाता है।

समझौता ज्ञापन

  • विद्युत के आयात/निर्यात के लिए एच.वी.डी.सी. इंटरकनेक्शन के कार्यान्वयन के लिए समझौता ज्ञापन।
  • डिजिटल परिवर्तन के लिए बडे स्तर पर कार्यान्वित सफल डिजिटल समाधानों को साझा करने के क्षेत्र में सहयोग पर समझौता ज्ञापन।
  • त्रिंकोमाली को ऊर्जा केंद्र के रूप में विकसित करने में सहयोग के लिए समझौता ज्ञापन।
  • रक्षा सहयोग पर समझौता ज्ञापन।
  • पूर्वी प्रांत के लिए बहु-क्षेत्रीय अनुदान सहायता पर समझौता ज्ञापन।
  • स्वास्थ्य एवं चिकित्सा के क्षेत्र में सहयोग पर समझौता ज्ञापन।
  • भारतीय फार्माकोपिया आयोग और राष्ट्रीय औषधि नियामक प्राधिकरण, श्रीलंका के मध्य फार्माकोपिया सहयोग पर समझौता ज्ञापन।

परियोजनाएँ

  • माहो-ओमानथाई रेलवे लाइन के उन्नत रेलवे ट्रैक का उद्घाटन।
  • माहो-अनुराधापुरा रेलवे लाइन के लिए सिग्नलिंग प्रणाली के निर्माण का शुभारंभ।
  • सामपुर सौर ऊर्जा परियोजना का भूमिपूजन समारोह (वर्चुअल)।
  • दांबुला में तापमान नियंत्रित कृषि गोदाम का उद्घाटन (वर्चुअल)।
  • पूरे श्रीलंका में 5000 धार्मिक संस्थानों के लिए सौर छत प्रणालियों की आपूर्ति (वर्चुअल)।

घोषणाएँ

  • यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने भारत में व्यापक क्षमता निर्माण कार्यक्रम की घोषणा की जिसके अंतर्गत प्रतिवर्ष 700 श्रीलंकाई शामिल होंगे।
  • त्रिंकोमाली में थिरुकोनेश्वरम मंदिर, नुवारा एलिया में सीता एलिया मंदिर और अनुराधापुरा में पवित्र शहर परिसर परियोजना के विकास के लिए भारत से अनुदान सहायता।
  • अंतर्राष्ट्रीय वेसाक दिवस, 2025 पर श्रीलंका में भगवान बुद्ध के अवशेषों की प्रदर्शनी।
  • ऋण पुनर्गठन पर द्विपक्षीय संशोधन समझौतों पर हस्ताक्षर।

भारत-श्रीलंका द्विपक्षीय संबंध

पृष्ठभूमि 

  • भारत, श्रीलंका का सबसे निकटतम पड़ोसी है और दोनों देशों के बीच 2,500 वर्ष से भी अधिक पुराने संबंध हैं जो मज़बूत सभ्यतागत व ऐतिहासिक जुड़ाव साझा करते हैं।
  • भारत की ‘पड़ोसी प्रथम’ नीति और महासागर (क्षेत्रों में सुरक्षा एवं विकास के लिए पारस्परिक व समग्र उन्नति) दृष्टिकोण में श्रीलंका का केंद्रीय स्थान है।
  • द्विपक्षीय संबंध समकालीन प्रासंगिकता के सभी क्षेत्रों को शामिल करते हैं। दोनों देशों की साझा सांस्कृतिक और सामाजिक विरासत तथ उनके नागरिकों के बीच व्यापक जन-संपर्क एक बहुआयामी साझेदारी का आधार प्रदान करते हैं।
  • अब तक चार भारतीय प्रधानमंत्रियों, यथा- जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी, मोरारजी देसाई एवं नरेंद्र मोदी ने श्रीलंकाई संसद को संबोधित किया है। 

राजनीतिक आदान-प्रदान

  • इससे पूर्व प्रधानमंत्री मोदी ने वर्ष 2014 से तीन बार श्रीलंका का दौरा किया है।
  • प्रधानमंत्री ने 9 जून, 2019 को ईस्टर संडे हमलों के बाद एकजुटता व्यक्त करने के लिए श्रीलंका की यात्रा की थी।
  • प्रधानमंत्री मोदी ने मार्च 2015 में और मई 2017 में श्रीलंका में आयोजित पहले अंतर्राष्ट्रीय वेसाक दिवस के मुख्य अतिथि के रूप में श्रीलंका का दौरा किया था।

व्यापार और वाणिज्य

  • वित्त वर्ष 2023-24 में भारत और श्रीलंका के बीच व्यापार 5.54 बिलियन डॉलर था, जिसमें भारत का निर्यात 4.11 बिलियन डॉलर और श्रीलंका का निर्यात 1.42 बिलियन डॉलर था।
  • चालू वित्त वर्ष 2024-25 में अप्रैल-नवंबर की अवधि के लिए द्विपक्षीय व्यापार 3.67 बिलियन डॉलर है, जिसमें भारत का श्रीलंका को निर्यात 2.84 बिलियन डॉलर है।
  • भारत ने वस्तुओं एवं सेवाओं दोनों को कवर करने वाले आर्थिक व प्रौद्योगिकी सहयोग समझौते (ETCA) को अंतिम रूप देने के लिए श्रीलंका के साथ वार्ता जारी है।
  • भारत श्रीलंका में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) में सबसे बड़ा योगदान देने वाले देशों में से एक है जिसका संचयी निवेश वर्ष 2023 तक 2.25 बिलियन डॉलर है, जिसमें अकेले वर्ष 2023 में 198.1 मिलियन डॉलर शामिल हैं।
  • जनवरी-सितंबर 2024 की अवधि के लिए भारत से FDI 80.55 मिलियन डॉलर था। भारत से मुख्य निवेश ऊर्जा, आतिथ्य, रियल एस्टेट, विनिर्माण, दूरसंचार, बैंकिंग एवं वित्तीय सेवाओं के क्षेत्रों में हैं।

कनेक्टिविटी (संपर्क) एवं पर्यटन

  • कनेक्टिविटी द्विपक्षीय संबंधों का मुख्य फोकस क्षेत्र बनकर उभरी है जिसमें समुद्री संपर्क, हवाई संपर्क, ऊर्जा एवं विद्युत् संपर्क, व्यापार, आर्थिक व वित्तीय संपर्क, डिजिटल संपर्क और व्यक्ति-से-व्यक्ति संपर्क शामिल है। 
  • इस तंत्र के तहत महत्वपूर्ण परियोजनाओं में नागपट्टिनम (तमिलनाडु) एवं कांकेसंथुराई (श्रीलंका) (अक्तूबर 2023) के बीच नौका सेवाओं की शुरुआत; चेन्नई एवं जाफना के बीच हवाई संपर्क की बहाली (दिसंबर 2022 से); और श्रीलंका में यू.पी.आई. क्यूआर आधारित भुगतान की शुरूआत शामिल हैं। 
  • चर्चा के तहत अन्य उल्लेखनीय कनेक्टिविटी पहलों में त्रिंकोमाली और कोलंबो तक स्थलीय पहुंच विकसित करने के लिए आर्थिक भूमि गलियारा; भारत और श्रीलंका को जोड़ने वाली बहु-उत्पाद पाइपलाइन और पावर ग्रिड इंटरकनेक्शन शामिल हैं। 
  • कांकेसंथुराई बंदरगाह को विकसित करने के लिए भारत सरकार ने गोएसएल को 61.5 मिलियन डॉलर का अनुदान दिया है और इस व्यवस्था को औपचारिक रूप देने के लिए एक समझौता ज्ञापन पर वार्ता जारी है। 
  • समानांतर रूप से रामेश्वरम (तमिलनाडु) और तलाईमन्नार के बीच नौका सेवाएँ शुरू करने के लिए चर्चा जारी है जिसके लिए संबंधित बंदरगाहों पर बुनियादी ढाँचे के उन्नयन की आवश्यकता होगी।
  • भारत वर्ष 2023 में लगभग 3 लाख पर्यटक आगमन और वर्ष 2024 में लगभग 4.16 लाख पर्यटक आगमन के साथ अग्रणी पर्यटक स्रोत बाजार होगा।

विकास सहयोग

  • भारत द्वारा श्रीलंका को दी जाने वाली कुल ऋण सहायता 7 बिलियन डॉलर से अधिक है जिसमें रियायती ऋण, भुगतान स्थगन व स्वैप समझौते शामिल हैं।
  • श्रीलंका को भारत की अनुदान सहायता वर्तमान में लगभग 780 मिलियन डॉलर है, जिसमें 390 मिलियन डॉलर की पूरी हो चुकी परियोजनाएँ, 210 मिलियन डॉलर से अधिक की चल रही परियोजनाएँ और 178 मिलियन डॉलर की अन्य परियोजनाएँ शामिल हैं। 
  • भारत सरकार श्रीलंका के 25 जिलों में जनोन्मुख विकास परियोजनाएँ चला रही है, और बुनियादी ढाँचा, आवास, स्वास्थ्य, आजीविका एवं पुनर्वास, शिक्षा, कृषि, नवीकरणीय ऊर्जा, रेलवे, औद्योगिक विकास आदि सहित कई क्षेत्रों में विकास कर रही है। 
  • सबसे बड़ी अनुदान सहायता परियोजना भारतीय आवास परियोजना के चार चरणों के तहत 60,000 घरों का निर्माण है जिसकी कुल लागत 1800 करोड़ रुपए से अधिक है। 
  • चौथे चरण में बागान क्षेत्र के श्रमिकों के लिए 10,000 घर शामिल हैं जिसकी घोषणा मई 2017 में प्रधानमंत्री मोदी ने की थी। 
  • भारत द्वारा श्रीलंका को ‘यूनिक डिजिटल आइडेंटिटी परियोजना’ लागू करने के लिए 300 करोड़ रुपए की अनुदान सहायता भी दी जा रही है। 
  • विकासात्मक सहायता के अलावा भारत ने वर्ष 2022 में आर्थिक संकट के दौरान श्रीलंका को लगभग 4 बिलियन डॉलर की बहुआयामी सहायता प्रदान की है। 
  • भारत ने कोविड-19 महामारी के दौरान टीकों और आवश्यक दवाओं की आपूर्ति करके प्रथम प्रतिक्रियाकर्ता की भूमिका भी निभाई है जिसमें जनवरी 2021 में कोविशील्ड टीकों की 500,000 खुराक का दान और फरवरी 2022 में 100,000 रैपिड एंटीजन टेस्ट किट का अनुदान शामिल है।

रक्षा एवं सुरक्षा सहयोग

  • द्विपक्षीय रक्षा सहयोग की समीक्षा करने और उसे गति देने के लिए प्रतिवर्ष रक्षा सचिवों के बीच वार्षिक रक्षा वार्ता आयोजित की जाती है। भारत से श्रीलंका के लिए लगातार नौसैनिक संवाद एवं जहाज/पनडुब्बी के दौरे होते रहे हैं।
  • बहुपक्षीय अभ्यासों के अलावा, SLINEX (नौसेना अभ्यास) एवं मित्र शक्ति (थल सेना अभ्यास) जैसे द्विपक्षीय अभ्यास प्रतिवर्ष भारत व श्रीलंका में बारी-बारी से आयोजित किए जाते हैं।
  • मित्र शक्ति अभ्यास पिछली बार श्रीलंका (अगस्त 2024) में और SLINEX विशाखापत्तनम (दिसंबर 2024) में आयोजित किया गया था।
  • क्षमता निर्माण के संदर्भ में नवीनतम कार्य भारत सरकार के अनुदान के तहत श्रीलंका नौसेना के लिए समुद्री बचाव समन्वय केंद्र (MRCC) की स्थापना है जिसे 20 जून, 2024 को विदेश मंत्री की आधिकारिक यात्रा के दौरान चालू किया गया था।
  • भारतीय नौसेना के डोर्नियर विमान को अगस्त 2022 से त्रिंकोमाली में श्रीलंका वायु सेना द्वारा संचालित किया जा रहा है और इसने समुद्री निगरानी के लिए सफलतापूर्वक व्यापक उड़ान भरी है। 
  • भारत सालाना श्रीलंकाई सशस्त्र बलों के लिए लगभग 1200 प्रशिक्षण रिक्तियों की पेशकश करता है।
  • श्रीलंका के लिए भारत ‘पहला प्रतिक्रियादाता’ रहा है जिसमें भारतीय नौसेना और भारतीय तटरक्षक बल ने मई 2021 में एमवी एक्सप्रेस पर्ल तथा सितंबर 2020 में एमटी न्यू डायमंड जैसे बड़े पैमाने पर पर्यावरणीय क्षति को रोकने के लिए श्रीलंकाई जलक्षेत्र में हस्तक्षेप किया है।
  • आतंकवाद एवं अन्य संबंधित क्षेत्रों में सुरक्षा सहयोग भी द्विपक्षीय संबंधों का एक महत्वपूर्ण पहलू है। कोलंबो सुरक्षा सम्मेलन हाल के दिनों में क्षेत्रीय स्तर पर ऐसे मुद्दों को संबोधित करने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में उभरा है।

सांस्कृतिक संबंध

  • महत्वपूर्ण सांस्कृतिक सहयोग में कैंडी में अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध संग्रहालय में भारतीय गैलरी की स्थापना; मन्नार में थिरुकेतेश्वरम मंदिर का जीर्णोद्धार; भगवान बुद्ध द्वारा ज्ञान प्राप्ति के 2600वें वर्ष (संबुद्धत्व जयंती) के उपलक्ष्य में 2012 में श्रीलंका में आयोजित पवित्र कपिलवस्तु अवशेषों की प्रदर्शनी आदि शामिल हैं।
  • अक्तूबर 2021 में शुभ वाप्पोया दिवस पर कोलंबो-कुशीनगर की पहली उड़ान भरी गई, जिसके दौरान वास्काडुवा के राजगुरु श्री सुभूति महा विहार से पवित्र कपिलवस्तु बुद्ध अवशेषों को भारत लाया गया और कुशीनगर एवं सारनाथ सहित कई भारतीय शहरों में प्रदर्शित किया गया।
  • धर्मयथनया मंदिर को भगवान बुद्ध की एक प्रतिमा भेंट की गई। भारत ने 2025 की शुरुआत में पालि व्याकरण की पुस्तक ‘नाममाला’ और जातक कथाओं का सिंहल अनुवाद भी प्रकाशित किया है।
  • कोलंबो विश्वविद्यालय में समकालीन भारतीय अध्ययन केंद्र (CCIS) की स्थापना की गई है।
  • केलानिया एवं सबरागामुवा विश्वविद्यालय में हिंदी के लिए एक दीर्घकालिक आई.सी.सी.आर. पीठ स्थापित की गई है।

क्षमता निर्माण

  • भारत श्रीलंकाई छात्रों को वर्षिक लगभग 710 छात्रवृत्ति स्लॉट प्रदान करता है। भारतीय तकनीकी एवं आर्थिक सहयोग (ITEC) कार्यक्रम के तहत अधिकारियों व अन्य पात्र नागरिकों को अल्पकालिक प्रशिक्षण कार्यक्रमों के लिए प्रतिवर्ष 402 पूर्णतया वित्त पोषित स्लॉट प्रदान किए जाते हैं। 
  • दोनों पक्षों के बीच हस्ताक्षरित एक रूपरेखा सहयोग समझौते के तहत अगले 5 वर्षों में राष्ट्रीय सुशासन केंद्र के तत्वावधान में 1500 श्रीलंकाई सिविल सेवकों को प्रशिक्षित किया जाएगा।
  • वर्ष 2024 में अब तक 40-40 के 4 बैचों को प्रशिक्षित किया जा चुका है। इसके अलावा, 2024 में SSIFS में 23 श्रीलंकाई राजनयिकों/अधिकारियों के लिए एक विशेष पाठ्यक्रम आयोजित किया गया था।
  • बहु-क्षेत्रीय अनुदान सहायता के तहत STEM विषयों में बागान स्कूलों में 2000 से अधिक शिक्षकों को भी अगस्त-अक्तूबर 2024 से प्रशिक्षित किया गया।
  • ‘स्टडी इन इंडिया’ कार्यक्रम के तहत भारतीय संस्थान विविध प्रकार के पाठ्यक्रमों में तकनीकी विशेषज्ञता प्रदान करते हैं।

भारतीय समुदाय

  • भारतीय मूल के लोगों (PIO) में सिंधी, बोराह, गुजराती, मेमन, पारसी, मलयाली एवं तेलुगु भाषी लोग शामिल हैं जो श्रीलंका में बस गए हैं (इनमें से ज़्यादातर विभाजन के बाद) और विभिन्न व्यावसायिक उपक्रमों में लगे हुए हैं।
  • हालाँकि, उनकी संख्या, आई.ओ.टी. (भारतीय मूल के तमिल) की तुलना में बहुत कम है किंतु वे आर्थिक रूप से समृद्ध हैं और अच्छी स्थिति में हैं।
  • लगभग 1.6 मिलियन आई.ओ.टी. ज़्यादातर चाय या रबर बागानों में काम करते हैं, कोलंबो में रहने वाले आई.ओ.टी. का कुछ हिस्सा व्यवसाय में संलग्न है।
  • इसके अलावा, श्रीलंका में विभिन्न व्यावसायिक क्षेत्रों में लगभग 7500 एन.आर.आई. लगे हुए हैं।

देशनामा : श्रीलंका

  • अवस्थिति : यह हिंद महासागर में बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पश्चिम में स्थित है, जो भारतीय प्रायद्वीप से मन्नार की खाड़ी और पाक जलडमरूमध्य द्वारा अलग होता है।
  • सीमा साझा : यह दक्षिण-पश्चिम में मालदीव और उत्तर-पश्चिम में भारत के साथ एक समुद्री सीमा साझा करता है।
  • राजधानी : श्री जयवर्धनेपुर
  • राजव्यवस्था : लोकतांत्रिक समाजवादी गणराज्य
  • अर्थव्यवस्था : $342.6 बिलियन (62वां स्थान)
  • मानव विकास सूचकांक : 0.78 (78वां स्थान)
  • क्षेत्रफल : 65,610.2 वर्ग किमी.
  • धर्म : 70% बौद्ध धर्म ( आधिकारिक); 13% हिंदू धर्म; 10% इस्लाम; 7% ईसाई धर्म; 0.1% अन्य/कोई नहीं
  • जलवायु : उष्णकटिबंधीय प्रकार
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