New
GS Foundation (P+M) - Delhi : 28th Sept, 11:30 AM Hindi Diwas Offer UPTO 75% + 10% Off, Valid Till : 15th Sept. 2025 GS Foundation (P+M) - Prayagraj : 25th Sept., 11:00 AM Hindi Diwas Offer UPTO 75% + 10% Off, Valid Till : 15th Sept. 2025 GS Foundation (P+M) - Delhi : 28th Sept, 11:30 AM GS Foundation (P+M) - Prayagraj : 25th Sept., 11:00 AM

कल्लेश्वर मंदिर

चर्चा में क्यों ?

  • हाल ही में प्राचीन कल्लेश्वर मंदिर के जीर्णोद्धार के दौरान हाल ही में 13वीं शताब्दी का एक शिलालेख खोजा गया है।

शिलालेख

  • यह शिलालेख कर्णाटक के दावणगेरे जिले के हरिहर तालुका के एलिहोले गांव में पाया गया 
  • यह इस क्षेत्र के इतिहास के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करता है।
  • इस शिलालेख का निर्माण 1283 ई. में किया गया था 
  • यह चारकोल पत्थर से बना है
  • इसकी लंबाई 4 फीट और चौड़ाई 2.5 फीट है। 
  • यह सेउना राजवंश के साथ ऐतिहासिक संबंधों और स्थानीय रक्षकों की वीरता का वर्णन करता है
  • इस पर सेउना राजघराने का जिक्र करते हुए पांच पंक्तियों का एक शिलालेख है
  • यह शिलालेख सेउना राजवंश के एक प्रमुख शासक रामचंद्र चक्रवर्ती के सम्मान में है
    • इन्होंने 1271 से 1312 ई. तक शासन किया था।
  • शिलालेख का मध्य भाग भगवान शिव के दिव्य निवास कैलास की ओर यात्रा को दर्शाता है। 
  • इस भाग में, दो दिव्य अप्सराएँ एक विमान (दिव्य रथ) उठाती हैं, जिसके पीछे संगीतकार चलते हैं, जो नायकों की वीरता का जश्न मनाते हैं। 
  • यह कलात्मक चित्रण नायकों के दिव्य लोकों की ओर बढ़ने का प्रतीक है, जो उनके बलिदान का सम्मान करता है।
  • यह शिलालेख 13वीं शताब्दी के उत्तरार्ध में इस क्षेत्र में देवगिरी यादवों की मजबूत उपस्थिति और प्रभाव को उजागर करता है।

सेउना  राजवंश

  • सेउना एक कन्नड़ भाषी राजवंश था  
  • यह राजवंश बारहवीं से चौदहवीं शताब्दी के बीच शासन करता था.
  • इस राजवंश की राजधानी देवगिरि थी, जो आज दौलताबाद के नाम से जानी जाती है
  •  इसका राज्य वर्तमान कर्नाटक और महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों तक फैला हुआ था। 
  • इसे देवगिरी यादव के नाम से भी जाना जाता है। 

कल्लेश्वर मंदिर

  • यह कर्नाटक के दावणगेरे जिले के बागली शहर में स्थित एक हिंदू मंदिर है 
  • यह भगवान शिव को समर्पित है। 
  • यह इस क्षेत्र के सबसे पुराने मंदिरों में से एक है 
  • इस मंदिर का निर्माण दो कन्नड़ राजवंशों के शासनकाल के दौरान हुआ था 
    1. 10वीं शताब्दी के मध्य के दौरान राष्ट्रकूट राजवंश 
    2.  987 ई. के आसपास संस्थापक राजा तैलप द्वितीय के शासनकाल के दौरान पश्चिमी चालुक्य साम्राज्य 
  • मंदिर का शिखर प्रारंभिक चोलन वास्तुकला का एक आदर्श उदाहरण है । 
  • मंदिर में एक बड़ा शिवलिंग है , जिसके बारे में माना जाता है कि यह एक हजार साल से भी अधिक पुराना है।
  • यह मंदिर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा राष्ट्रीय महत्व के स्मारक के रूप में संरक्षित है।

प्रश्न  - कल्लेश्वर मंदिर किस राज्य में स्थित है ?

(a) केरल 

(b) तमिलनाडु 

(c) महाराष्ट्र 

(d) कर्नाटक

« »
  • SUN
  • MON
  • TUE
  • WED
  • THU
  • FRI
  • SAT
Have any Query?

Our support team will be happy to assist you!

OR
X