चर्चा में क्यों ?
तिरुवनंतपुरम सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल (MCH) में केरल का पहला स्किन बैंक 15 जुलाई 2025 से शुरू होगा।

प्रमुख बिंदु :-
- उद्घाटन विश्व प्लास्टिक सर्जरी दिवस के अवसर पर किया जाएगा।
- यह स्किन बैंक गंभीर रूप से जले हुए मरीजों के इलाज और पुनर्वास में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
लागत और उद्देश्य: बेहतर बर्न केयर के लिए निवेश
- स्किन बैंक की कुल लागत ₹6.75 करोड़ है।
- यह दान की गई त्वचा को संग्रहित करेगा, जिसे जले हुए रोगियों के उपचार में प्रयोग किया जाएगा।
- इससे न केवल दर्द और संक्रमण का खतरा कम होगा, बल्कि उपचार की प्रक्रिया भी तेज होगी।
त्वचा दान: उपचार में कैसे मदद करता है?
- दान की गई त्वचा:
- संक्रमण से बचाती है
- घाव भरने में मदद करती है
- दर्द को कम करती है
- और सर्जिकल रिकवरी को बेहतर बनाती है
- यह गम्भीर रूप से झुलसे मरीजों के लिए अस्थायी "बायोलॉजिकल ड्रेसिंग" का कार्य करती है।
K-SOTTO से मंजूरी और भविष्य की योजनाएँ
- स्किन बैंक को केरल स्टेट ऑर्गन एंड टिशू ट्रांसप्लांट ऑर्गनाइजेशन (K-SOTTO) से आधिकारिक स्वीकृति मिल चुकी है।
- स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने घोषणा की कि कोट्टायम मेडिकल कॉलेज में भी एक और स्किन बैंक की योजना बनाई जा रही है।
- यह पहल राज्य की बर्न केयर सेवाओं के विस्तार और मजबूती को दर्शाती है।
अन्य चिकित्सा सुविधाएँ: बर्न यूनिट्स और प्लास्टिक सर्जरी केंद्र
- अलप्पुझा, कोल्लम और कन्नूर के मेडिकल कॉलेजों में बर्न केयर यूनिट्स शुरू किए गए हैं।
- इनमें विशेष बर्न ICU हैं जो गम्भीर रूप से झुलसे मरीजों की देखभाल के लिए समर्पित हैं।
- साथ ही, इन केंद्रों में प्लास्टिक सर्जरी विभाग भी कार्यरत हैं, जो स्किन ग्राफ्टिंग और रिकवरी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
प्रश्न :-केरल का पहला स्किन बैंक किस अस्पताल में स्थापित किया जा रहा है?
(a) कोट्टायम मेडिकल कॉलेज
(b) त्रिशूर मेडिकल कॉलेज
(c) तिरुवनंतपुरम सरकारी मेडिकल कॉलेज
(d) कोझिकोड मेडिकल कॉलेज
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