चर्चा में क्यों?
- महाराष्ट्र सरकार ने कृषि उत्पादकों की आय बढ़ाने और मूल्य जोखिम से सुरक्षा देने के उद्देश्य से पुणे में हेजिंग डेस्क की शुरुआत की है।
- यह पहल राज्य की "स्मार्ट परियोजना" (बालासाहेब ठाकरे कृषि व्यवसाय और ग्रामीण परिवर्तन परियोजना) के तहत लाई गई है।

हेजिंग डेस्क क्या है?
- हेजिंग एक जोखिम प्रबंधन प्रणाली है, जो किसी वित्तीय परिसंपत्ति या वस्तु के मूल्य में भविष्य में संभावित गिरावट से बचाव में मदद करती है।
- यह किसानों को वायदा बाजार में व्यापार का विकल्प देकर फसल के दाम में उतार-चढ़ाव से बचाता है।
प्रारंभिक चरण में चयनित फसलें:
- कपास
- हल्दी
- मक्का
भविष्य में और फसलों को भी जोड़ा जाएगा।
हेजिंग डेस्क की विशेषताएं और उद्देश्य:
- विश्व बैंक की सिफारिश पर इसे स्थापित किया गया।
- सहयोगी संस्थान:
- नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज (NCDEX)
- NCDEX इंस्टीट्यूट ऑफ कमोडिटी मार्केट्स एंड रिसर्च (NICR)
- प्रशिक्षण और मार्गदर्शन:
- एफपीओ को कमोडिटी वायदा बाजार की तकनीकी जानकारी दी जाएगी।
- कमोडिटी डेरिवेटिव्स पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
- जोखिम प्रबंधन रणनीति और मूल्य विश्लेषण रिपोर्ट तैयार की जाएगी।
- हर वर्ष एक "वस्तु मूल्य जोखिम मूल्यांकन रिपोर्ट" जारी की जाएगी।
नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज (NCDEX)
- स्थापना: 2003
- प्रकार: भारत के तीन मान्यता प्राप्त कमोडिटी एक्सचेंज में से एक
- अन्य एक्सचेंज:
- MCX (Multi Commodity Exchange)
- ICEX (Indian Commodity Exchange)
- नियंत्रण निकाय: भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI)
- मुख्यालय: मुंबई
- वस्तुएं: कृषि और गैर-कृषि दोनों वस्तुओं के डेरिवेटिव्स का कारोबार होता है।
प्रश्न :- हेजिंग डेस्क किस राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई पहल है?
(a) गुजरात
(b) उत्तर प्रदेश
(c) महाराष्ट्र
(d) मध्य प्रदेश
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