चर्चा में क्यों ?
तमिलनाडु वन विभाग ने हाल ही में अन्नामलाई टाइगर रिज़र्व (एटीआर) के कोझिकामुथी हाथी शिविर में दूसरा समर्पित ‘महावत गाँव’ स्थापित किया है।

प्रमुख बिंदु
- यह पहल मुदुमलाई टाइगर रिज़र्व के थेप्पाकाडु हाथी शिविर में मई 2025 में स्थापित पहले महावत गाँव की सफलता के बाद की गई है।
- इस योजना का उद्देश्य हाथियों और उनके संरक्षकों - महावतों एवं घुड़सवारों दोनों के जीवन स्तर और कल्याण को बढ़ावा देना है।
महावत गाँव की पृष्ठभूमि
- महावत गाँव विशेष रूप से उन महावतों और सहायकों के लिए बनाए जाते हैं, जो हाथियों की दैनिक देखभाल और प्रबंधन का दायित्व निभाते हैं।
- पहला गाँव मई 2025 में मुदुमलाई टाइगर रिज़र्व के थेप्पाकाडु में खोला गया था।
- इसमें आधुनिक सुविधाओं से युक्त 44 आवासीय घर हैं।
- प्रत्येक घर का नाम उस हाथी पर रखा गया है, जो शिविर में कार्यरत रहते हुए दिवंगत हुआ था।
- यह भारत में हाथियों की देखभाल करने वालों के लिए शुरू किया गया पहला विशेष आवासीय प्रकल्प है।
महत्व
- कोझिकामुथी महावत गाँव में मालासर आदिवासी समुदाय के 47 महावत और घुड़सवार रहते हैं, जो एटीआर के 20 से अधिक हाथियों की देखभाल करते हैं।
- गाँव में आगंतुक दीर्घाएँ और सौंदर्यीकरण कार्य भी किए गए हैं, जिससे पर्यावरण शिक्षा और पर्यटन दोनों को बढ़ावा मिलेगा।
- इस परियोजना ने महावतों की लंबे समय से चली आ रही आवास समस्या का समाधान किया है और उन्हें सम्मानजनक जीवन प्रदान किया है।
सुविधाएँ और बुनियादी ढाँचा
- दोनों महावत गाँवों में पीने का पानी, स्वच्छता, बिजली, मनोरंजन और स्वास्थ्य सुविधाएँ उपलब्ध हैं।
- यह पहल हाथियों के साथ काम करने वालों के लिए स्थायी और सुरक्षित जीवन प्रदान करती है।
हाथी शिविरों की भूमिका
थेप्पाकाडु हाथी शिविर:
- थेप्पाकाडु हाथी शिविर एशिया का सबसे पुराना शिविर है, जिसकी स्थापना ब्रिटिश काल में हुई थी।
- वर्तमान में इसमें 27 हाथी हैं, जिनमें शिशु और सेवानिवृत्त हाथी शामिल हैं।
- यहाँ प्रशिक्षित हाथियों को कुमकी हाथी कहा जाता है। इनका उपयोग
- गाँवों में घुसे जंगली हाथियों को नियंत्रित करने,
- नरभक्षी हाथियों को पकड़ने,
- और बचाव अभियानों में किया जाता है।
- कोझिकामुथी हाथी शिविर भी इसी प्रकार का कार्य करता है और संरक्षण प्रयासों में महत्त्वपूर्ण योगदान देता है।
प्रश्न. तमिलनाडु वन विभाग ने दूसरा महावत गाँव कहाँ स्थापित किया है ?
(a) थेप्पाकाडु हाथी शिविर
(b) कोझिकामुथी हाथी शिविर
(c) मुदुमलाई टाइगर रिज़र्व मुख्यालय
(d) उलैंडी वन क्षेत्र
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