(प्रारंभिक परीक्षा: महत्त्वपूर्ण व्यक्तित्व) |
संदर्भ
31 जुलाई को महान स्वतंत्रता संग्राम क्रांतिकारी शहीद उधम सिंह के बलिदान दिवस पर श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
शहीद उधम सिंह: जीवन परिचय
- जन्म : 26 दिसंबर, 1899; पंजाब के संगरूर जिला स्थित सुनाम में (तत्कालीन पटियाला रियासत, वर्तमान में भारत)
- परिवार : कम्बोज सिख परिवार; पिता- तहल सिंह, माता- नारायण कौर
- मृत्यु : 31 जुलाई, 1940; लंदन स्थित पेंटनविल जेल
- कारण : जलियांवाला बाग नरसंहार के बदले के लिए माइकल ओ’ड्वायर की हत्या के लिए फांसी
प्रारंभिक जीवन
- बचपन का नाम शेर सिंह था। माता का निधन 3 वर्ष की आयु में और पिता का कुछ वर्ष बाद हुआ।
- वर्ष 1907 में भाई मुक्ता सिंह के साथ अमृतसर के सेंट्रल खालसा अनाथालय में भर्ती हुए। वहाँ सिख दीक्षा के बाद उनका नाम उधम सिंह पड़ा।
- वर्ष 1917 में भाई मुक्ता सिंह का निधन, जिसके बाद वे अकेले रह गए।
- वर्ष 1919 में जलियांवाला बाग नरसंहार के गवाह बने, जिसने उनके जीवन को क्रांतिकारी दिशा दी।
शिक्षा एवं करियर
- शिक्षा : वर्ष 1918 में सेंट्रल खालसा अनाथालय से मैट्रिक की परीक्षा पास की और वर्ष 1919 में अनाथालय छोड़ा
- करियर :
- प्रथम विश्व युद्ध में ब्रिटिश भारतीय सेना में मजदूर के रूप में काम किया; बासरा में रेलवे बहाली का कार्य।
- 1920 के दशक में अमेरिका गए; फोर्ड कंपनी, डेट्रॉइट में टूलमेकर के रूप में कार्य किया।
- वर्ष 1934 में लंदन पहुंचे; वहाँ इंजीनियर, बढ़ई एवं पेडलर के रूप में काम किया।
- भारत में साइनबोर्ड पेंटर के रूप में दुकान खोली किंतु क्रांतिकारी गतिविधियों में सक्रिय रहे।
विचारधारा
- समाजवाद एवं साम्यवाद : गदर पार्टी एवं हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन (HSRA) से प्रभावित; साम्राज्यवाद व औपनिवेशिक शासन का विरोध।
- धर्मनिरपेक्षता : ‘राम मोहम्मद सिंह आजाद’ नाम अपनाकर हिंदू, मुस्लिम, सिख एकता पर जोर दिया।
- क्रांतिकारी दृष्टिकोण : भगत सिंह को अपना गुरु माना; सशस्त्र क्रांति को स्वतंत्रता का रास्ता माना।
- जलियांवाला बाग का प्रभाव : ब्रिटिश अत्याचारों के खिलाफ गहरा आक्रोश; नरसंहार के जिम्मेदार लोगों को सजा देने का संकल्प।
स्वतंत्रता आंदोलन में भूमिका
- गदर पार्टी : वर्ष 1919 में शामिल हुए; विदेशों में भारतीयों को संगठित कर ब्रिटिश शासन के खिलाफ प्रचार किया।
- HSRA के साथ जुड़ाव : भगत सिंह के साथ जेल में मुलाकात; उनकी विचारधारा से प्रेरित।
- अंतर्राष्ट्रीय सक्रियता : अमेरिका, जर्मनी, सोवियत संघ, फ्रांस, इटली आदि देशों में क्रांतिकारियों से संपर्क स्थापित किया।
- माइकल ओ’ड्वायर की हत्या : वर्ष 1940 में लंदन में जलियांवाला बाग नरसंहार के जिम्मेदार ओ’ड्वायर को गोली मारी, जिसे वे नरसंहार का मुख्य दोषी मानते थे।
- जेल में भूख हड़ताल : गिरफ्तारी के बाद 42 दिन की भूख हड़ताल की; ब्रिटिश शासन के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद की।
शहीद उधम सिंह : प्रमुख घटनाएँ
- जलियांवाला बाग नरसंहार (13 अप्रैल, 1919): उधम सिंह ने नरसंहार देखा; 1000 से अधिक लोगों की मृत्यु और 1500 घायल; इसने उन्हें क्रांतिकारी बनाया।
- गदर पार्टी में शामिल (1919): अमेरिका में गदर आंदोलन से जुड़े; क्रांतिकारी साहित्य का वितरण किया।
- 1927 में गिरफ्तारी: भगत सिंह के कहने पर हथियार और गदर साहित्य लाने के लिए भारत लौटे; अमृतसर में हथियारों के साथ गिरफ्तार; 5 साल की सजा।
- माइकल ओ’ड्वायर की हत्या (13 मार्च, 1940): लंदन के कैक्सटन हॉल में ओ’ड्वायर को गोली मारी; हत्या के बाद भागने की कोशिश नहीं की।
- फांसी (31 जुलाई, 1940): पेंटनविल जेल में फांसी; उनकी अस्थियां वर्ष 1974 में भारत लाई गईं और सुनाम में सतलुज नदी में विसर्जित की गईं।
- सम्मान : उधम सिंह नगर जिला (उत्तराखंड), जलियांवाला बाग में मूर्ति, पंजाब-हरियाणा में शहादत दिवस पर अवकाश।
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