चर्चा में क्यों?
हाल ही में समृद्धि महामार्ग परियोजना का आधिकारिक उद्घाटन किया गया।

समृद्धि महामार्ग के बारे में
- इसकी परिकल्पना 2016 में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के कार्यकाल के दौरान की गई थी।
- इसे हिंदू हृदयसम्राट बालासाहेब ठाकरे महाराष्ट्र समृद्धि महामार्ग भी कहा जाता है।
- यह एक ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे है।
- इसे महाराष्ट्र की वाणिज्यिक और शीतकालीन राजधानियों के बीच संपर्क बढ़ाने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
- इस परियोजना की लागत लगभग 55,335 करोड़ रुपये थी
- इसके लिए 10 जिलों के लगभग 24,000 किसानों से 8,800 हेक्टेयर से अधिक भूमि का अधिग्रहण करना पड़ा।
- यह 701 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे मुंबई को नागपुर से जोड़ता है।
प्रमुख विशेषताऐं
- एक्सप्रेसवे मुख्य रूप से छह लेन वाला,एक्सेस-कंट्रोल्ड कॉरिडोर है।
- इसे आठ लेन तक बढ़ाया जा सकता है।
- इसका डिज़ाइन हाई-स्पीड यात्रा और सुरक्षा पर केंद्रित है।
- पहले चरण का उद्घाटन दिसंबर 2022 में किया गया था।
- इस परियोजना का उद्देश्य विश्व स्तरीय ड्राइविंग अनुभव प्रदान करना है।
यात्रा समय और लाभ:
- अब मुंबई से नागपुर की यात्रा अब सिर्फ 7 घंटे में पूरी की जा सकती है।
- पहले यह यात्रा 15-16 घंटे में होती थी।
- इगतपुरी-अमाने खंड के चालू होने से इस खंड का यात्रा समय 90 मिनट से घटकर 40 मिनट रह गया है।
- पुराने मार्ग की खड़ी चढ़ाइयों से बचने के कारण यह मार्ग अधिक ईंधन दक्ष और आरामदायक हो गया है।
कनेक्टिविटी में सुधार:
- हालांकि इसे अक्सर "मुंबई-नागपुर एक्सप्रेसवे" कहा जाता है,
- लेकिन इसका आरंभिक बिंदु मुंबई के मंत्रालय से 63 किमी दूर अमाने है।
- मुंबईकरों के लिए निकटतम एक्सप्रेसवे जंक्शन भिवंडी के पास स्थित है।
- यह एक प्रमुख लॉजिस्टिक्स हब है।
- सरकार ने मुंबई-नासिक राजमार्ग को अपग्रेड करने की योजना बनाई है।
- इससे एक्सप्रेसवे तक बेहतर पहुँच सुनिश्चित की जा सके।
प्रश्न. समृद्धि महामार्ग किन दो प्रमुख शहरों को जोड़ता है?
(a) पुणे और नासिक
(b) मुंबई और नागपुर
(c) मुंबई और औरंगाबाद
(d) नासिक और नागपुर
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