अंडमान एवं निकोबार द्वीपसमूह की जंगली केले की एक प्रजाति मूसा इण्डाण्डामेनेंसिस (Musa indandamanensis) में 4.2 मीटर की लंबाई वाला दुनिया का सबसे लंबा केला इन्फ्रक्टसेंस (Banana infructescence) दर्ज किया गया।
इन्फ्रक्टसेंस पौधे का संपूर्ण फल देने वाला भाग होता है। वनस्पति विज्ञान में यह शब्द फलों के गुच्छे (या फलने वाले सिरे) को संदर्भित करता है।
मूसा इण्डाण्डामेनेंसिस के बारे में
क्या है : केले की मूसा प्रजाति का एक जंगली पौधा
स्थान :अंडमान एवं निकोबार द्वीपसमूह के उष्णकटिबंधीय वर्षा वनों में
खाद्य उपयोग :इसकी खेती की जा सकती है।
आई.यू.सी.एन. स्थिति :अतिसंकट ग्रस्त (Critically Endangered: CR)
विशेषताएँ : इसके वृक्ष पर हरे रंग के फूल खिलते हैं और साधारण केलों की तुलना में तीन गुना अधिक बड़े फलों के गुच्छे लगते हैं।
महत्त्व :पौधों के प्रजनकों के लिए उच्च उपज देने वाली व रोग प्रतिरोधी किस्मों को विकसित करने के लिए प्राकृतिक आनुवंशिक संसाधन।