चर्चा में क्यों?
भारतीय तटरक्षक बल (ICG) के महानिदेशक परमेश शिवमणि ने विझिनजाम में एक समर्पित तटरक्षक जेटी (jetty) का उद्घाटन किया।

प्रमुख बिंदु:
- यह जेटी भारत के दक्षिण-पश्चिमी तटीय सुरक्षा ढांचे को मजबूती प्रदान करेगी।
- विशेष रूप से इसकी स्थिति को देखते हुए।
- यह विझिनजाम अंतर्राष्ट्रीय ट्रांसशिपमेंट डीपवाटर पोर्ट से केवल 10 समुद्री मील की दूरी पर है।
मुख्य उद्देश्य और कार्य:
- दक्षिण-पश्चिमी तट पर समुद्री निगरानी को सुदृढ़ करना।
- ICG के प्रतिक्रिया समय को घटाना और तेज जहाज पुनःप्रेषण सुनिश्चित करना।
- तस्करी, अवैध शिकार एवं मत्स्य-नियम उल्लंघन की रोकथाम।
- खोज एवं बचाव (SAR) मिशनों के लिए रणनीतिक आधार के रूप में कार्य करना।
- राज्य एवं निजी एजेंसियों जैसे:
- केरल पुलिस
- समुद्री बोर्ड
- सेना
- अडानी पोर्ट्स के साथ बेहतर समन्वय स्थापित करना।
रणनीतिक पृष्ठभूमि:
- विझिनजाम बंदरगाह भारत का प्रथम मेगा ट्रांसशिपमेंट डीपवाटर पोर्ट बनने की दिशा में अग्रसर है।
- यह बंदरगाह प्रमुख अंतरराष्ट्रीय समुद्री शिपिंग मार्गों के निकट है,
- यह भारत की समुद्री सुरक्षा और व्यापारिक दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण है।
- नई ICG जेटी भारत की समुद्री क्षेत्र जागरूकता और खतरों की त्वरित प्रतिक्रिया की क्षमता को बढ़ाएगी।
प्रमुख अधिकारी एवं प्रतिनिधि:
- परमेश शिवमणि - महानिदेशक, भारतीय तटरक्षक बल
- भीष्म शर्मा - महानिरीक्षक, कमांडर, ICG (पश्चिम क्षेत्र)
- प्रतिनिधि संस्थान:
- विझिनजाम इंटरनेशनल सीपोर्ट लिमिटेड
- केरल सरकार
- केरल समुद्री बोर्ड
- भारतीय सेना
- राज्य पुलिस और मत्स्य विभाग
- अडानी पोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड
समग्र महत्व:
- यह पहल भारत के समुद्री दृष्टिकोण 2030 एवं सागरमाला कार्यक्रम के उद्देश्यों से मेल खाती है।
- राज्य और केंद्र सरकार के हितधारकों की साझेदारी से एकीकृत तटीय सुरक्षा तंत्र को मजबूती मिलेगी।
- भारत की नीली अर्थव्यवस्था और सुरक्षित समुद्री व्यापार के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
- विशेष रूप से केरल के संवेदनशील तटीय क्षेत्र में यह आपदा प्रतिक्रिया एवं सुरक्षा प्रबंधन को बेहतर बनाएगा।
प्रश्न: विझिनजाम में भारतीय तटरक्षक बल की नई जेटी का उद्घाटन किसने किया?
(a) भीष्म शर्मा
(b) मनोज पांडे
(c) परमेश शिवमणि
(d) आर हरिकुमार
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