चर्चा में क्यों?
निकारागुआ मत्स्य पालन सब्सिडी समझौते को स्वीकार करने वाला विश्व व्यापार संगठन (WTO) का 101वाँ सदस्य बन गया।

प्रमुख बिंदु:
- यह वैश्विक प्रयासों की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
- इससे हानिकारक मछली पकड़ने की प्रथाओं से निपटने और समुद्री जैव विविधता को बहाल करने में मदद मिलेगी।
- निकारागुआ के राजदूत रोसालिया बोहोरकेज़ पालासियोस द्वारा स्वीकृति का दस्तावेज WTO के महानिदेशक नगोजी ओकोन्जो-इवेला को सौंपा गया।
- इससे WTO समझौते के लागू होने के लिए आवश्यक सीमा से केवल 10 स्वीकृतियाँ दूर रह गया।
WTO मत्स्य पालन सब्सिडी समझौता:
- इसको जून 2022 में 12वें WTO मंत्रिस्तरीय सम्मेलन (MC12),जिनेवा में अपनाया गया।
- यह WTO का पहला समझौता है जो स्थिरता और समुद्री संसाधनों के संरक्षण पर केंद्रित है।
- उद्देश्य था हानिकारक सब्सिडी को हटाना,जो वैश्विक मछली भंडार की गिरावट का प्रमुख कारण रही है।
उद्देश्य और लक्ष्य
- IUU (अवैध, अनियमित, अप्रतिबंधित) मत्स्यन और अत्यधिक दोहन को बढ़ावा देने वाली सब्सिडियों पर रोक।
- टिकाऊ मत्स्य पालन और नीली अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहन।
- विकासशील व LDC देशों को तकनीकी सहायता और क्षमता निर्माण प्रदान करना।
- समुद्री जैव विविधता की रक्षा करते हुए निष्पक्ष व्यापार को सुनिश्चित करना।
प्रमुख प्रावधान
- निम्नलिखित के लिए सब्सिडी पर प्रतिबंध:
- IUU मत्स्यन (अवैध, अप्रतिबंधित, अनियमित)।
- अत्यधिक दोहन वाले मछली स्टॉक्स का शिकार।
- अनियमित खुले समुद्र में मछली पकड़ना।
विश्व व्यापार संगठन (WTO)
- स्थापना: 1 जनवरी 1995
- मुख्यालय: जिनेवा, स्विट्ज़रलैंड
- सदस्य देश: 164 (2024 तक)
- भारत की सदस्यता: 1 जनवरी 1995 से
मुख्य उद्देश्य:
- वैश्विक व्यापार को स्वतंत्र, निष्पक्ष,पारदर्शी और पूर्वानुमेय बनाना।
- व्यापार विवादों का समाधान करना।
- व्यापार नियमों का निर्माण और निगरानी।
निकारागुआ के बारे में

- यह मध्य अमेरिका स्थित है।
- सीमाएँ:
- उत्तर में होंडुरास
- दक्षिण में कोस्टा रिका
- पश्चिम में प्रशांत महासागर
- पूर्व में कैरेबियन सागर
- राजधानी: मनागुआ
- मुद्रा : कॉर्डोबा
- मुख्य झीलें: निकारागुआ झील,मैनगुआ झील
प्रश्न. हाल ही में कौन-सा देश WTO के मत्स्य पालन सब्सिडी समझौते को स्वीकार करने वाला 101वाँ सदस्य बना?
(a) भारत
(b) चिली
(c) निकारागुआ
(d) कंबोडिया
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