चर्चा में क्यों?
भारत के सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय (MoSPI) ने "एनविस्टेट्स इंडिया 2025 पर्यावरण सांख्यिकी" का आठवाँ संस्करण जारी किया।
प्रमुख बिंदु:
- यह प्रकाशन नई दिल्ली में विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर आयोजित एक राष्ट्रीय कार्यशाला के दौरान लॉन्च किया गया।
- यह रिपोर्ट भारत में पर्यावरणीय संकेतकों को समझने का एक महत्वपूर्ण उपकरण है।
प्रकाशन की संरचना और रूपरेखा
- रिपोर्ट को संयुक्त राष्ट्र की पर्यावरण सांख्यिकी विकास के लिए रूपरेखा (FDES) 2013 के अनुरूप तैयार किया गया है।
- इसमें डेटा को 6 प्रमुख घटकों में वर्गीकृत किया गया है, जिससे पर्यावरणीय विश्लेषण सरल बनता है।
- आंकड़े विभिन्न केन्द्रीय मंत्रालयों, विभागों और एजेंसियों से संकलित किए गए हैं।
ऊर्जा क्षेत्र में बदलाव
- थर्मल पावर उत्पादन:
- 2013-14: 792,053 GWh
- 2023-24: 1,326,549 GWh
- अक्षय ऊर्जा उत्पादन:
- 2013-14: 65,520 GWh
- 2023-24: 225,835 GWh
जलीय कृषि में प्रगति
- अंतर्देशीय मछली उत्पादन:
- 2013-14: 61.36 लाख टन
- 2023-24: 139.07 लाख टन
भारत की जीव विविधता
- समुद्री प्रजातियाँ: 20,613
- मीठे पानी की प्रजातियाँ: 9,436
- मृदा पारिस्थितिकी प्रजातियाँ: 22,404
- विश्व की कुल ज्ञात जीव प्रजातियाँ: 16,73,627
- भारत में पाई जाने वाली प्रजातियाँ: 1,04,561
- भारत का स्थान विश्व की जैव विविधता में महत्वपूर्ण योगदानकर्ता के रूप में है।
पर्यावरणीय व्यय और निवेश
- पर्यावरण स्थिरता पर 2021-22 में सबसे अधिक खर्च: ₹2,433.24 करोड़
- प्राकृतिक संसाधन संरक्षण क्षेत्र में सकारात्मक रुझान
- कृषि-वानिकी क्षेत्र में अपेक्षाकृत कम व्यय देखा गया
प्रश्न. "एनविस्टेट्स इंडिया 2025 - पर्यावरण सांख्यिकी" किस मंत्रालय द्वारा जारी किया गया है?
(a) पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय
(b) पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय
(c) सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय (MoSPI)
(d) विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय
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