हाल ही में, अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय और राष्ट्रीय खाद्य प्रौद्योगिकी उद्यमिता एवं प्रबंधन संस्थान, कुंडली के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए हैं।
प्रमुख बिंदु
अल्पसंख्यक समुदायों के युवाओं को कौशल और रोजगार से जोड़ने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल के तहत अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय ने राष्ट्रीय खाद्य प्रौद्योगिकी उद्यमिता एवं प्रबंधन संस्थान (NIFTEM), कुंडली को ‘पीएम विकास’ योजना के कार्यान्वयन के लिए परियोजना कार्यान्वयन एजेंसी (PIA) के रूप में चुना है।
पीएम विकास योजना
- पीएम विकास योजना (PM VIKAS) अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय की एक पहल है। पीएम विकास योजना के तहत इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के जनवरी 2026 में शुरू होने की संभावना है।
- यह पहल न केवल अल्पसंख्यक युवाओं के लिए नए अवसर खोलेगी, बल्कि खाद्य प्रसंस्करण जैसे उभरते क्षेत्र में कुशल मानव संसाधन तैयार करने में भी महत्वपूर्ण योगदान देगी।
प्रमुख उद्देश्य
- अल्पसंख्यक समुदायों के युवाओं की क्षमता निर्माण करना
- बाजार की मांग के अनुरूप कौशल प्रदान कर रोजगार एवं आजीविका के टिकाऊ अवसर उपलब्ध कराना
- युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने और आर्थिक रूप से सशक्त करने के लिए आवश्यकता-आधारित पाठ्यक्रमों में प्रशिक्षण देना
रोजगार क्षमता और बाजार से जुड़ाव पर जोर
- इस पहल का लक्ष्य केवल प्रशिक्षण तक सीमित नहीं है बल्कि प्रशिक्षित युवाओं की रोजगार क्षमता बढ़ाना और उन्हें आर्थिक मुख्यधारा से जोड़ना भी है।
- इसके तहत लाभार्थियों को बाजार से जोड़ने, ऋण सुविधाओं तक पहुँच सुनिश्चित करने और संगठित क्षेत्र में रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा जिससे कि बेहतर आजीविका के रास्ते खुल सकें।
राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप प्रशिक्षण
- यह परियोजना राष्ट्रीय व्यावसायिक शिक्षा एवं प्रशिक्षण परिषद (एन.सी.वी.ई.टी.) द्वारा अनुमोदित पाठ्यक्रमों के माध्यम से संचालित की जाएगी।
- प्रशिक्षण राष्ट्रीय कौशल योग्यता प्रारूप (एन.एस.क्यू.एफ.) के अनुरूप होगा, जिससे लाभार्थियों को राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त कौशल प्राप्त हो सके।
- प्रशिक्षण पूरा करने वाले सभी लाभार्थियों को एम.एस.डी.ई. (कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय)/एनसीवीईटी से मान्यता प्राप्त संस्थानों द्वारा प्रमाणन दिया जाएगा।
- इसके साथ ही, योग्य उम्मीदवारों को किसी न किसी रूप में रोजगार से जोड़ने की व्यवस्था भी की जाएगी।
एन.आई.एफ.टी.ई.एम. की भूमिका
- एन.आई.एफ.टी.ई.एम., कुंडली इस परियोजना के अंतर्गत झारखंड, बिहार, पंजाब और हरियाणा के सात विभिन्न स्थलों पर प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित करेगा।
- इन कार्यक्रमों के माध्यम से अल्पसंख्यक समुदाय के कुल 2,110 लाभार्थियों को तीन प्रमुख श्रेणियों में प्रशिक्षित किया जाएगा—
- बहु कौशल तकनीशियन (खाद्य प्रसंस्करण)
- श्रीअन्न (मिलेट) उत्पाद प्रसंस्करण
- सहायक बेकिंग तकनीशियन