प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को त्रिनिदाद और टोबैगो का सर्वोच्च नागरिक सम्मान
चर्चा में क्यों?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 'द ऑर्डर ऑफ द रिपब्लिक ऑफ त्रिनिदाद एंड टोबैगो' से सम्मानित किया गया है।
प्रमुख बिंदु:
'द ऑर्डर ऑफ द रिपब्लिक ऑफ त्रिनिदाद एंड टोबैगो' त्रिनिदाद और टोबैगो का सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कार है।
यह सम्मान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को त्रिनिदाद और टोबैगो की राष्ट्रपति क्रिस्टीन कंगालू द्वारा पोर्ट ऑफ स्पेन स्थित राष्ट्रपति भवन में प्रदान किया गया।
प्रधानमंत्री मोदी ने त्रिनिदाद और टोबैगो की संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित किया, जहाँ उन्होंने ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों को उजागर किया।
प्रधानमंत्री ने घोषणा की कि:
अब त्रिनिदाद और टोबैगो में रहने वाले भारतीय मूल के नागरिकों की छठी पीढ़ी को भी ओवरसीज सिटीजन ऑफ इंडिया (OCI) कार्ड मिलेगा।
इसका लाभ:
उन्हें भारत में बिना किसी विशेष वीज़ा के रहने, काम करने और निवेश करने की अनुमति मिलेगी।
इससे भारत और प्रवासी भारतीय समुदाय के बीच सांस्कृतिक और आर्थिक संबंधों में नई ऊर्जा आएगी।
प्रधानमंत्री मोदी ने त्रिनिदाद और टोबैगो को UPI (यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस) को अपनाने पर बधाई दी।
यह देश कैरीबियाई क्षेत्र में UPI अपनाने वाला पहला देश बन गया है।
भारत- त्रिनिदाद और टोबैगो संबंध:
भारत और त्रिनिदाद के ऐतिहासिक संबंध 1845 से हैं, जब भारतीय गिरमिटिया मजदूर वहाँ पहुँचे।
त्रिनिदाद की कुल जनसंख्या में लगभग 37% लोग भारतीय मूल के हैं।
दोनों देशों के बीच 1962 में राजनयिक संबंध स्थापित हुए और भारत ने वहाँ उच्चायोग खोला।
भारतीय त्योहार जैसे होली, दिवाली, रामलीला वहाँ बड़े पैमाने पर मनाए जाते हैं।
भारत त्रिनिदाद को दवाइयाँ, चावल, ऑटो पार्ट्स आदि निर्यात करता है।
दोनों देश संयुक्त राष्ट्र, राष्ट्रमंडल और NAM जैसे मंचों पर मिलकर कार्य करते हैं।
त्रिनिदाद और टोबैगो:
त्रिनिदाद और टोबैगो कैरिबियाई सागर में स्थित एक द्वीप-देश है, जिसकी राजधानी पोर्ट ऑफ स्पेन है।
यह देश दो मुख्य द्वीपों त्रिनिदाद और टोबैगो से मिलकर बना है।
इसे 31 अगस्त 1962 को ब्रिटेन से स्वतंत्रता मिली और यह रिपब्लिक बना।