भारतीय डाक (India Post) वित्तीय समावेशन और कैशलेस लेनदेन को बढ़ावा देने के लिए देश के सभी डाकघरों में डिजिटल भुगतान को सक्षम बनाने की तैयारी कर रहा है।
मुख्य विशेषताएँ
- डाक विभाग (DoP) अपनी सेवाओं में एकीकृत भुगतान इंटरफ़ेस (UPI) और क्यूआर कोड-आधारित भुगतान प्रणालियों को एकीकृत करेगा।
- डाकघरों और ग्रामीण डाक सेवकों (GDS) के पॉइंट-ऑफ़-सेल (PoS) उपकरणों को डिजिटल भुगतान स्वीकार करने के लिए उन्नत किया जाएगा।
- इसका उद्देश्य डाक बचत सेवाओं, बिल भुगतान और अन्य लेनदेन को सभी नागरिकों के लिए डिजिटल रूप से सुलभ बनाना है।
उद्देश्य
- डिजिटल इंडिया मिशन को बढ़ावा देना
- ग्रामीण क्षेत्रों में वित्तीय समावेशन को प्रोत्साहित करना
- नकद लेनदेन पर निर्भरता कम करना
- सेवा वितरण में दक्षता और पारदर्शिता में सुधार करना
चुनौतियाँ
- ग्रामीण उपयोगकर्ताओं के बीच डिजिटल साक्षरता सुनिश्चित करना
- साइबर सुरक्षा और डाटा सुरक्षा को मज़बूत करना
- दूरदराज के क्षेत्रों में इंटरनेट और डिवाइस कनेक्टिविटी में सुधार करना
आगे की राह
- डाक कर्मचारियों और ग्रामीण डाक सेवक (GDS) एजेंटों की क्षमता निर्माण
- सुरक्षित डिजिटल भुगतान प्रथाओं पर जागरूकता अभियान
- निर्बाध एकीकरण के लिए भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) और बैंकों के साथ समन्वय