चर्चा में क्यों ?
पंजाब सरकार ने हाल ही में ‘बाज अख’ नामक एंटी-ड्रोन सिस्टम (ADS) लॉन्च किया, जिसके तहत ड्रोन निगरानी और नियंत्रण के लिए अत्याधुनिक तकनीक तैनात की गई है। 

प्रमुख बिंदु:
- यह भारत का पहला ऐसा राज्य है जिसने अपनी सीमा पर इस प्रकार की तकनीक लागू की है। 
 
- यह कदम पंजाब के ड्रग्स के खिलाफ तीव्र युद्ध अभियान का हिस्सा है।
 
- इसका उद्देश्य राज्य में नशीली दवाओं की खपत और तस्करी को प्रभावी ढंग से रोकना है।
 
- पंजाब ने पाकिस्तान से लगती अपनी 553 किलोमीटर लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा पर नशीली दवाओं और हथियारों की तस्करी को रोकने के लिए यह महत्वपूर्ण कदम उठाया है।
 
पृष्ठभूमि:
- पंजाब-पाकिस्तान सीमा संवेदनशील और चुनौतियों से भरी है। 
 
- यह क्षेत्र नशीली दवाओं और हथियारों की तस्करी का मुख्य मार्ग बन चुका है। 
 
- तस्कर सीमा पार ड्रोन का इस्तेमाल कर हेरोइन,हथियार और गोला-बारूद पंजाब तक पहुंचाते हैं। 
 
- केवल 2024 में ही सीमा पर 283 ड्रोन जब्त किए गए और 137 ड्रोन रोके गए। 
 
- इस समस्या से निपटने के लिए पंजाब ने बाज अख एंटी-ड्रोन सिस्टम के तहत तीन इकाइयाँ तैनात की हैं। 
 
- आने वाले समय में छह अतिरिक्त इकाइयों को जोड़ने की योजना है।
 
बाज अख एंटी-ड्रोन सिस्टम की विशेषताएं:
- ‘बाज अख’ प्रणाली ड्रोन और उनके कंट्रोल सेंटर का पता लगाने के लिए उन्नत तकनीकों जैसे:
 
- रडार, इलेक्ट्रॉनिक इंटेलिजेंस और स्वचालित चेतावनी प्रणाली का उपयोग करती है। 
 
- यह सिस्टम स्वचालित रूप से संदिग्ध ड्रोन की पहचान कर संबंधित सुरक्षा अधिकारियों को तुरंत सचेत करता है,
 
- जिससे मैनुअल निगरानी की आवश्यकता कम हो जाती है। 
 
- यह प्रणाली सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की पहली सुरक्षा पंक्ति के बाद दूसरी रक्षा पंक्ति का काम करती है।
 
- पंजाब पुलिस बीएसएफ,भारतीय सेना एवं वायुसेना के साथ मिलकर तस्करों के खिलाफ सक्रिय रूप से कार्यरत है।
 
रणनीतिक तैनाती और वित्तपोषण
- बाज अख एंटी-ड्रोन सिस्टम की इकाइयां पठानकोट से फाज़िल्का तक के उच्च-सक्रिय सीमा बिंदुओं पर स्थापित की गई हैं। 
 
- इस परियोजना की कुल लागत लगभग 51.4 करोड़ रुपये है। 
 
- वर्तमान में तीन इकाइयां सक्रिय हैं,जबकि छह और इकाइयों को जल्द ही जोड़ा जाएगा
 
- इससे पूरे 553 किलोमीटर की सीमा को कवर किया जा सकेगा। 
 
- यह तैनाती पंजाब के सीमा सुरक्षा ढांचे को और अधिक मजबूत करेगी।
 
नशा विरोधी अभियान का हिस्सा
- यह पहल पंजाब सरकार के "युद्ध नशे विरुद्ध" अभियान के तीसरे चरण का हिस्सा है।
 
- सरकार ने राज्य के 3,600 से अधिक सरकारी स्कूलों में कक्षा 9 से 12 तक के छात्रों के लिए नशा जागरूकता पाठ्यक्रम लागू किया है।  
 
| 
 प्रश्न. हाल ही में किस राज्य ने ‘बाज अख’ नामक एंटी-ड्रोन सिस्टम (ADS) लॉन्च किया ? 
(a) राजस्थान  
(b) पंजाब  
(c) गुजरात  
(d) जम्मू-कश्मीर  
 |