केंद्र सरकार ने ‘समग्र शिक्षा योजना’ के तहत पूरे भारत में 1.46 लाख स्मार्ट कक्षाओं को मंजूरी प्रदान की है।
समग्र शिक्षा योजना के बारे में
- परिचय : यह एक केंद्र प्रायोजित एकीकृत कार्यक्रम है जो पूर्व-प्राथमिक से कक्षा 12 तक के सभी विद्यार्थियों को समग्र, समावेशी एवं गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने पर केंद्रित है।
- पृष्ठभूमि : यह योजना तीन पूर्ववर्ती योजनाओं सर्व शिक्षा अभियान (SSA), राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान (RMSA) और शिक्षक शिक्षा योजना (TE) को मिलाकर शुरू की गई थी।
- उद्देश्य : इस योजना का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि सभी बच्चों को एक समान एवं समावेशी कक्षा के माहौल के साथ गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त हो, जो उनकी विविध पृष्ठभूमि, बहुभाषी आवश्यकताओं, विभिन्न शैक्षणिक क्षमताओं का ध्यान रखे और उन्हें सीखने की प्रक्रिया में सक्रिय भागीदार बनाए।
- शुभारंभ : वर्ष 2018-19
- मंत्रालय : शिक्षा मंत्रालय
योजना की प्रमुख विशेषताएँ
- राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 की सिफारिश को लागू करना
- आर.टी.ई. अधिनियम, 2009 को लागू करने में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को सहायता प्रदान करना
- प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल और शिक्षा पर ध्यान केंद्रित करना
- आधारभूत साक्षरता और संख्यात्मकता पर जोर देना
- समग्र, एकीकृत, समावेशी एवं गतिविधि आधारित पाठ्यक्रम और शिक्षाशास्त्र पर जोर
- गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का प्रावधान और छात्रों के सीखने के परिणामों में वृद्धि
- स्कूली शिक्षा में सामाजिक एवं लैंगिक अंतर को पाटना
- स्कूली शिक्षा के सभी स्तरों पर समानता और समावेशन सुनिश्चित करना
- एस.सी.ई.आर.टी./एस.आई.ई. और डी.आई.ई.टी. का सुदृढ़ीकरण व उन्नयन
- सुरक्षित, संरक्षित एवं अनुकूल शिक्षण वातावरण और स्कूली शिक्षा प्रावधानों में न्यूनतम मानकों को सुनिश्चित करना
- शिक्षा के व्यावसायीकरण को बढ़ावा देना