तमिलनाडु के प्रसिद्ध कोर्टालम (कुट्रालम) क्षेत्र में सारल विझा 2025 का आयोजन 20 जुलाई को भव्य रूप से शुरू हुआ।
इस उत्सव का उद्घाटन राज्य के राजस्व मंत्री केकेएसएसआर रामचंद्रन ने तेनकासी जिले के कलैवनार ऑडिटोरियम में किया।
यह उत्सव मानसून, संस्कृति, पर्यटन और सामुदायिक जुड़ाव का अनूठा संगम है, जो वर्षा ऋतु में जीवन के रंग भरता है।
क्या है सारल विझा ?
‘सारल’ शब्द कुट्रालम की हल्की और ठंडी मानसूनी फुहारों को दर्शाता है।
यह त्योहार झरनों, हरियाली और सांस्कृतिक गतिविधियों के माध्यम से तमिलनाडु की प्राकृतिक और सांस्कृतिक समृद्धि को दर्शाता है।
जुलाई महीने में प्रतिवर्ष आयोजित होने वाला यह उत्सव स्थानीय जीवनशैली, परंपराओं और पर्यटन को बढ़ावा देने का माध्यम बन गया है।
सारल विझा 2025 की प्रमुख विशेषताएं
उद्घाटन समारोह:-कलैवनार ऑडिटोरियम में उद्घाटन राजस्व मंत्री केकेएसएसआर रामचंद्रन द्वारा किया गया।
पुष्प प्रदर्शनी:- इको पार्क कोर्टालम में बागवानी विभाग द्वारा चार दिवसीय सुंदर प्रदर्शनी आयोजित की गई, जिसने पर्यटकों को आकर्षित किया।
सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ:-पहले ही दिन स्कूली बच्चों और स्थानीय कलाकारों ने भरतनाट्यम, लोकनृत्य और नगस्वरम जैसी कलाओं से दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया।
प्रतियोगिताएँ और पारंपरिक खेल:-चब्बी किड्स, योग, सिलंबम (मार्शल आर्ट) और विलिसाई जैसी प्रतियोगिताओं ने बच्चों से लेकर युवाओं तक सभी को जोड़ा।
जन सहभागिता:- सभी आयु वर्ग और सामाजिक पृष्ठभूमियों के लोगों ने उत्साह से भाग लिया, जिससे यह जन-केंद्रित और समावेशी उत्सव बना।
प्रशासनिक भागीदारी: -इस कार्यक्रम में जिला कलेक्टर ए.के. कमल किशोर, एसपी एस. अरविंद और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति रही, जिसने आयोजन की सरकारी प्रतिबद्धता को दर्शाया।
उद्देश्य और व्यापक प्रभाव
ग्रामीण एवं सांस्कृतिक पर्यटन को प्रोत्साहन:- मानसून सीजन में पर्यटन की संभावनाओं को बढ़ावा देने के लिए यह उत्सव एक सशक्त माध्यम है।
पारंपरिक कलाओं और स्वदेशी ज्ञान का संरक्षण:- लोकनृत्य, मार्शल आर्ट और अन्य विधाओं के प्रदर्शन से सांस्कृतिक धरोहर की रक्षा को बल मिलता है।
युवाओं में सांस्कृतिक जागरूकता:- स्कूली बच्चों की भागीदारी ने नई पीढ़ी को विरासत से जोड़ने का कार्य किया।
आर्थिक गतिविधियों का सृजन:- स्थानीय हस्तशिल्प, खाद्य स्टॉल और पर्यटन सेवाओं के माध्यम से स्थानीय रोजगार और आय के अवसर बने।
प्राकृतिक और सांस्कृतिक सामंजस्य:- यह उत्सव पर्यावरणीय सौंदर्य और सांस्कृतिक विविधता का संयुक्त उत्सव है, जो शासन के संवेदनशील दृष्टिकोण को दर्शाता है।
प्रश्न :- सारल विझा 2025 का आयोजन किस राज्य में हुआ?