एक अध्ययन के अनुसार शिंगल्स रोग (Shingles Disease) की वैक्सीन मनोभ्रंश (Dementia) से होने वाली मौत के जोखिम को कम करता है। शिंगल्स रोग को हर्पीज ज़ोस्टर (Herpes Zoster) भी कहते हैं।
शिंगल्स एक वायरल संक्रमण है जो कष्टदायक चकत्ते (दाने) का कारण बनता है। यह वैरिसेला-जोस्टर (Varicella-zoster) वायरस के कारण होता है। यह वही वायरस है जो चिकनपॉक्स का कारण बनता है।
चिकनपॉक्स से ठीक होने के बाद यह वायरस तंत्रिका कोशिकाओं में निष्क्रिय रहता है और वर्षों बाद पुनः सक्रिय हो सकता है, विशेषकर तब जब आयु, बीमारी या प्रतिरक्षादमनकारी (Immunosuppressive) दवाओं के कारण प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो जाती है।
शिंगल्स प्राय: एक दर्दनाक दाने के रूप में प्रकट होता है जो अक्सर धड़ (Torso), गर्दन या चेहरे के एक तरफ छाला/फफोला की एक पट्टी के रूप में होता है।
इसके अन्य लक्षणों में खुजली, झुनझुनी, जलन, सिरदर्द, बुखार एवं प्रकाश या स्पर्श के प्रति संवेदनशीलता शामिल हो सकती है।
यह संक्रामक नहीं है किंतु इसका वायरस ऐसे व्यक्ति में फैल सकता है जिसे कभी चिकनपॉक्स नहीं हुआ हो। यह 50 वर्ष से अधिक आयु के लोगों या कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों में सबसे सामान्य है।
इसके उपचार के लिए ‘शिंग्रिक्स (Shingrix)’ नामक एक टीका उपलब्ध है जो शिंगल्स व इसकी जटिलताओं को रोकने में मदद करता है।