चर्चा में क्यों ?
- 20 जुलाई को हांगकांग में टाइफून विफा की सबसे गंभीर चेतावनी जारी की गई।

प्रमुख बिंदु :-
- हवाओं की रफ्तार 167 किमी/घंटा से ज़्यादा रही।
- टाइफून विफा के कारण 400 से ज़्यादा उड़ानें बाधित और 200 से अधिक रद्द की गईं।
- हांगकांग वेधशाला के दक्षिण से गुज़रा तूफ़ान, दक्षिणी ज़िलों में सबसे अधिक असर।
- कैथे पैसिफिक ने यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए सभी उड़ानें रद्द कीं।
- नॉर्थ प्वाइंट में मचान गिरा, एक निर्माण स्थल को नुकसान पहुँचा।
- चीन के गुआंगडोंग प्रांत की ओर बढ़ता तूफ़ान, मकाऊ में भी चेतावनी स्तर घटाया गया।
- 80,000 से अधिक यात्री प्रभावित, सार्वजनिक परिवहन और नौका सेवाएँ स्थगित।
उष्णकटिबंधीय तूफान
- उष्णकटिबंधीय तूफान एक प्रकार का तेज़ घूमने वाला चक्रवात होता है, जो उष्णकटिबंधीय महासागरों से उत्पन्न होता है।
- इसका केंद्र कम दबाव वाला होता है और इसके चारों ओर बादल घूमते हैं।

उष्णकटिबंधीय तूफानों की तीव्रता और प्रभाव
- उष्णकटिबंधीय तूफानों की तीव्रता हवा की गति पर आधारित होती है।
- जब किसी उष्णकटिबंधीय चक्रवात की अधिकतम निरंतर हवा की गति 34 नॉट (63 किमी/घंटा) से 47 नॉट (87 किमी/घंटा) तक होती है, तो इसे उष्णकटिबंधीय तूफान कहा जाता है।
- इस प्रकार के तूफान मूसलाधार बारिश, तेज़ हवाएं, ऊँची समुद्री लहरें, तटीय बाढ़ और भूस्खलन ला सकते हैं।
- हवाएँ उत्तरी गोलार्ध में वामावर्त (Anticlockwise) और दक्षिणी गोलार्ध में दक्षिणावर्त (Clockwise) दिशा में चलती हैं।
उष्णकटिबंधीय तूफानों के क्षेत्रीय नाम
भौगोलिक क्षेत्र के आधार पर, इन तूफानों को अलग-अलग नामों से जाना जाता है:
- उत्तरी अटलांटिक: हैरिकेन (Hurricane)
- पश्चिमी उत्तरी प्रशांत: टाइफून (Typhoon)
- हिंद महासागर और दक्षिण प्रशांत महासागर: उष्णकटिबंधीय चक्रवात (Tropical Cyclone)
उष्णकटिबंधीय चक्रवात बनने की प्रक्रिया
उष्णकटिबंधीय चक्रवात बनने के लिए निम्नलिखित स्थितियाँ अनुकूल होती हैं:
- गर्म महासागर से पर्याप्त ऊर्जा [26–27°C (79–81°F)]
- वायुमंडल में पर्याप्त नमी
- कम से मध्यम विंडशीयर (हवा की गति और दिशा में अंतर)
- कोरिओलिस बल (पृथ्वी के घूर्णन के कारण बनने वाला बल)
प्रश्न :-निम्न में से किस क्षेत्र में उष्णकटिबंधीय तूफानों को 'टाइफून' कहा जाता है?
(a) उत्तरी अटलांटिक
(b) हिंद महासागर
(c) दक्षिण प्रशांत
(d) पश्चिमी उत्तरी प्रशांत
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