New
GS Foundation (P+M) - Delhi: 30 July, 11:30 AM July Exclusive Offer UPTO 75% Off, Valid Till : 6th June 2025 GS Foundation (P+M) - Prayagraj: 14th July, 8:30 AM July Exclusive Offer UPTO 75% Off, Valid Till : 6th June 2025 GS Foundation (P+M) - Delhi: 30 July, 11:30 AM GS Foundation (P+M) - Prayagraj: 14th July, 8:30 AM

स्कूल नामांकन पर UDISE+ रिपोर्ट

प्रारंभिक परीक्षा

(समसामयिक घटनाक्रम)

मुख्य परीक्षा

(सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र 2;  स्वास्थ्य, शिक्षा, मानव संसाधनों से संबंधित सामाजिक क्षेत्र/सेवाओं के विकास और प्रबंधन से संबंधित विषय)

चर्चा में क्यों

udise

  • हाल ही में, शिक्षा मंत्रालय द्वारा UDISE+ रिपोर्ट जारी की गई।
  • यह रिपोर्ट शिक्षा मंत्रालय द्वारा स्कूलों में नामांकन, शिक्षकों की संख्या और स्कूलों की संख्या जैसे मापदंडों पर राज्यों द्वारा प्रदत्त डाटा के आधार पर तैयार की जाती है।

UDISE+ रिपोर्ट के प्रमुख निष्कर्ष

school-enrolment

  • नामांकन में गिरावट :रिपोर्ट के अनुसार, देशभर के स्कूलों में छात्रों के नामांकन में वर्ष 2022-23 और वर्ष 2023-24में कुल एक करोड़ से अधिक की गिरावट आई है।
    • अधिकारियों ने इस गिरावट के लिए बेहतर डाटा संग्रह विधियों को उत्तरदायी माना है, जिसके परिणामस्वरूप डुप्लिकेट प्रविष्टियाँ समाप्त हो गईं।
    • कई वर्षों तक अनेक राज्यों द्वारा सरकारी आंकड़ों को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया।
    • शिक्षा मंत्रालय ने नामांकन के आंकड़ों में उल्लेखनीय गिरावट वाले राज्यों से स्पष्टीकरण मांगा है।
  • वर्ष 2018-19 से वर्ष 2021-22 अवधि में नामांकन:इस अवधि में स्कूल नामांकन 26 करोड़ से ऊपर रहा, जिसमें हर साल कुछ लाख छात्रों की मामूली वृद्धि हुई।
    • जबकि वर्ष 2020-21 के कोविड वर्ष के दौरान थोड़ी गिरावट आई थी, इस पूरी अवधि में संख्या 26 करोड़ से ऊपर रही।
  • पहली बार, नामांकन के आंकड़े वर्ष 2022-23 में 25.17 करोड़ तक गिर गए और वर्ष 2023-24 में यह  और भी कम होकर 24.8 करोड़ हो गए।
  • यह वर्ष 2018-19 से वर्ष 2021-22 की अवधि से लगभग 1.55 करोड़ छात्रों (लगभग 6%) की गिरावट दर्शाता है, जब औसत नामांकन 26.36 करोड़ था।
  • नामांकन में गिरावट दर्ज करने वाले प्रमुख राज्य:राज्यों में, वर्ष 2018-19 की तुलना में वर्ष 2023-24 में नामांकन में सबसे बड़ी गिरावट बिहार में दर्ज की गई हुई, जहाँ यह संख्या 35.65 लाख थी, उसके बाद उत्तर प्रदेश (28.26 लाख) और महाराष्ट्र (18.55 लाख) का स्थान रहा।
    • आंध्र प्रदेश , दिल्ली, जम्मू और कश्मीर और तेलंगाना को छोड़कर अधिकांश राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों ने वर्ष 2018-19 की तुलना में वर्ष 2023-24 में नामांकन में गिरावट दर्ज की है ।
  • निजी स्कूल बनाम सरकारी स्कूल: वर्ष 2018-19 से वर्ष 2021-22 के औसत की तुलना में, वर्ष 2023-24 के नामांकन डाटा में सरकारी (चार साल के औसत 13.5 करोड़ की तुलना में वर्ष 2023-24 में 12.74 करोड़) और निजी स्कूल (चार साल के औसत 9.34 करोड़ की तुलना में वर्ष 2023-24 में लगभग 9 करोड़) दोनों में गिरावट दिखाई देती है, लेकिन निजी स्कूलों में 3.67% की गिरावट के मुकाबले सरकारी स्कूलों में लगभग 5.59% की बड़ी गिरावट दार्ज की गई है।
  • नामांकन में लैंगिक अंतराल : रिपोर्ट के अनुसार, लड़के और लड़कियों दोनों के नामांकन में गिरावट आई, लेकिन लड़कों के लिए यह मामूली रूप से अधिक रहा।
    • वर्ष 2023-24 में कुल 12.87 करोड़ लड़के नामांकित हुए, जो वर्ष 2018-19 से वर्ष 2021-22 तक के औसत 13.7 करोड़ की तुलना में लगभग 6.04% की गिरावट है।
    • वर्ष 2023-24 में लगभग 11.93 करोड़ लड़कियों का नामांकन हुआ, जबकि चार साल का औसत 12.66 करोड़ था।
  • कक्षा 1 से 10 तक नामांकन में गिरावट : चार वर्षों के औसत की तुलना में वर्ष 2023-24 में प्राथमिक (कक्षा 1 से 5), उच्च प्राथमिक (कक्षा 6 से 8) और माध्यमिक (कक्षा 9 और 10) स्तरों में गिरावट देखी गई है।
  • कक्षा 11 से 12 तक नामांकन में वृद्धि :इसके विपरीत, प्री-प्राइमरी और हायर सेकेंडरी (कक्षा 11 और 12) स्तरों में वर्ष 2018-19 से वर्ष 2021-22 के औसत की तुलना में वर्ष 2023-24 में नामांकन में वृद्धि देखी गई है।
  • नई डाटा संकलन विधि के लाभ: हालिया UDISE+ रिपोर्ट केअनुसार, नई डाटा संकलन विधि से समग्र शिक्षा योजना, पीएम पोषण योजना, राष्ट्रीय छात्रवृत्ति योजना आदि के लाभ हस्तांतरण के लिए लाभार्थियों की पहचान हो सकेगी और भविष्य में सरकार को महत्वपूर्ण वित्तीय बचत हो सकती है।

इसे भी जानिए

UDISE के बारे में 

  • क्या है: UDISE (Unified District Information System for Education) अर्थात 'स्कूल शिक्षा पर एकीकृत जिला सूचना' भारत में स्कूलों के बारे में एक व्यापक डाटाबेस है।
    • यह व्यापक डाटाबेस प्री-प्राइमरी से लेकर उच्चतर माध्यमिक स्तर तक शिक्षा की गुणवत्ता की निगरानी और मूल्यांकन के लिए एक महत्वपूर्ण उपकरण के रूप में कार्य करता है।
  • शुरुआत: इसका प्रारंभ वर्ष 2012-13 में डाटा संग्रह के दौरान किया गया था।
  • विकसित:यह डाटाबेस स्कूल शिक्षा विभाग, शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा विकसित किया गया था।
  • उद्देश्य : UDISE का उद्देश्य स्कूल के बुनियादी ढाँचे, नामांकन, शिक्षकों और अन्य महत्वपूर्ण मापदंडों के बारे में व्यापक जानकारी एकत्र करना था।
  • लाभ: इस डाटा ने नीति निर्माताओं और हितधारकों को सूचित निर्णय लेने और शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए लक्षित हस्तक्षेप विकसित करने में मदद की।
  • DISE :इससे पूर्व वर्ष 2000 में केंद्र सरकार द्वारा स्कूल संबंधित आंकड़े एकत्रित करने हेतु 'शिक्षा के लिए जिला सूचना प्रणाली' (DISE) की शुरुआत की गई थी।

UDISE+के बारे में

  • क्या है: UDISE+, UDISE का एक उन्नत संस्करण है जिसे डाटा संग्रह, विश्लेषण और रिपोर्टिंग क्षमताओं को बढ़ाने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
  • प्रारंभ: शिक्षा मंत्रालय द्वारा वर्ष 2018-19 से।
  • प्रमुख कार्य
    • यह वास्तविक समय और सटीक डाटा प्रदान करने के लिए प्रौद्योगिकी के माध्यम से नीति निर्माताओं को डाटा-संचालित निर्णय त्वरित रूप से लेने में सक्षम बनाता है।
    • यह ऑनलाइन डाटा प्रविष्टि, स्वचालित डाटा सत्यापन और बेहतर डाटा विज़ुअलाइज़ेशन जैसी सुविधाओं को शामिल करते हुए एक उपयोगकर्ता-अनुकूल इंटरफ़ेस प्रदान करता है।
    • यह बेहतर डाटा व्याख्या और नीति निर्माण के लिए व्यापक रिपोर्ट और डैशबोर्ड भी प्रदान करता है।
  • प्रमुख लाभ
    • डाटा संग्रह प्रक्रिया को मानकीकृत करके शैक्षिक डाटा की सटीकता और विश्वसनीयता में सुधार।
    • व्यापक और अद्यतन आंकड़ों से नीति निर्माताओं को साक्ष्य-आधारित शिक्षा नीतियों को तैयार करने के लिए सशक्त करना।
    • शिक्षा प्रणाली में पारदर्शिता और जवाबदेही को बढ़ावा।
    • एकत्र किए गए डाटा से शैक्षिक कार्यक्रमों और पहलों की प्रभावी निगरानी और मूल्यांकन की सुविधा प्रदान करना।
« »
  • SUN
  • MON
  • TUE
  • WED
  • THU
  • FRI
  • SAT
Have any Query?

Our support team will be happy to assist you!

OR