चर्चा में क्यों ?
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हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने हेपेटाइटिस- D वायरस (HDV) को "कैंसरजनक वायरस" (Carcinogenic Virus) घोषित किया है। यह वायरस हेपेटाइटिस-B से संक्रमित व्यक्तियों को ही प्रभावित करता है, लेकिन इसके संक्रमण से लीवर कैंसर का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। इस निर्णय से वैश्विक स्वास्थ्य समुदाय में गंभीर चिंता उत्पन्न हुई है।

हेपेटाइटिस

- हेपेटाइटिस एक गंभीर यकृत (लिवर) रोग है, जो हेपेटाइटिस A, B, C, D और E वायरस के संक्रमण से उत्पन्न होता है।
- हेपेटाइटिस B और C ऐसे वायरस हैं जो शरीर में लंबे समय तक रह सकते हैं। अगर इनका इलाज समय पर न हो, तो यह लिवर को नुकसान पहुंचाकर सिरोसिस या कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकते हैं।
हेपेटाइटिस-D क्या है ?
- यह एक उपवायरस (sub-virus) है जो केवल हेपेटाइटिस-B वायरस (HBV) के साथ मौजूद होने पर ही सक्रिय होता है।
- HDV अपने आप से लिवर को नुकसान नहीं पहुंचा सकता, लेकिन जब यह HBV के साथ होता है, तो यह तेज़ी से लीवर डैमेज और सिरोसिस की स्थिति उत्पन्न कर सकता है।
- विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के अनुसार, हेपेटाइटिस-D से संक्रमित व्यक्ति में लीवर कैंसर का खतरा सामान्य HBV मरीजों की तुलना में 2 से 6 गुना अधिक होता है।
कैसे फैलता है HDV संक्रमण ?
इसका प्रसार निम्न तरीकों से होता है:
- संक्रमित रक्त या तरल पदार्थ का संपर्क
- असुरक्षित इंजेक्शन, टैटू या छेदन
- मां से शिशु में संक्रमण
- असुरक्षित यौन संबंध
लक्षण क्या हैं ?
HDV संक्रमण के लक्षण HBV जैसे होते हैं, पर ये अधिक तीव्र होते हैं:
- तेज़ थकावट और कमजोरी
- पेट दर्द और भूख न लगना
- बुखार, उल्टी, और पीलिया
- दीर्घकालिक संक्रमण में लीवर सिरोसिस और लीवर कैंसर का खतरा
रोकथाम कैसे संभव है ?
- हेपेटाइटिस-बी का टीका – HDV से बचाव का सबसे प्रभावी तरीका, क्योंकि यह वायरस तभी सक्रिय होता है जब व्यक्ति पहले से HBV संक्रमित हो।
- सुरक्षित रक्त और इंजेक्शन प्रथाएँ अपनाएं
- निजी वस्तुएँ साझा न करें (रेज़र, टूथब्रश आदि)
- संरक्षित यौन व्यवहार
- टीकाकरण और समय पर जांच करवाना बेहद जरूरी है
प्रश्न. हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने किस वायरस को "कैंसरजनक वायरस" घोषित किया है ?
(a) हेपेटाइटिस-A
(b) हेपेटाइटिस-B
(c) हेपेटाइटिस-C
(d) हेपेटाइटिस-D
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