अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) द्वारा अप्रैल 2025 में जारी वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक रिपोर्ट के अनुसार, भारत अब जापान के बराबर चौथे स्थान पर आ गया है जिससे वह दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। इसके आलावा IMF ने भारत को अगले दो वर्षों के लिए सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था के रूप में भी नामित किया है।
वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक रिपोर्ट
- परिचय : यह अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) द्वारा वर्ष में दो बार (अप्रैल एवं अक्तूबर में) जारी की जाने वाली एक प्रमुख वैश्विक आर्थिक रिपोर्ट है।
- मुख्य उद्देश्य :
- वैश्विक आर्थिक प्रदर्शन एवं संभावनाओं का मूल्यांकन
- अल्पकालिक एवं मध्यम अवधि की आर्थिक भविष्यवाणियाँ प्रस्तुत करना
- नीति-निर्माताओं को आर्थिक दिशा-निर्देश देना
- वैश्विक असंतुलन, ऋण संकट, जलवायु परिवर्तन जैसे दीर्घकालिक मुद्दों पर ध्यान देना
प्रमुख निष्कर्ष
वैश्विक आर्थिक परिदृश्य
- वैश्विक वृद्धि दर : IMF ने वर्ष 2025 के लिए वैश्विक वृद्धि दर को 0.5% अंक घटाकर 2.8% कर दिया है जबकि वर्ष 2026 के लिए यह दर 3% अनुमानित की गई है।
- प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं की स्थिति : अमेरिका की वृद्धि दर 1.8% और यूरो क्षेत्र की 0.8% अनुमानित है जो पिछले अनुमानों से कम है।
- विकासशील देशों की वृद्धि : उभरती एवं विकासशील अर्थव्यवस्थाओं की वृद्धि दर 3.7% अनुमानित है जो पहले के अनुमान से कम है।
वर्ष 2025 की शीर्ष 10 वैश्विक अर्थव्यवस्थाएँ (GDP के आधार पर)

भारत की आर्थिक वृद्धि और भविष्य की संभावनाएँ
- विकास दर : IMF ने वर्ष 2025 के लिए भारत की आर्थिक वृद्धि दर 6.2% अनुमानित की है जो पहले के 6.5% के अनुमान से थोड़ी कम है। वर्ष 2026 के लिए भी यह दर 6.2% अनुमानित है।
- वृद्धि के कारक : ग्रामीण क्षेत्रों में निजी खपत और निवेश भारत की आर्थिक वृद्धि के प्रमुख चालक हैं।
- भविष्य की स्थिति : IMF का अनुमान है कि भारत वर्ष 2030 तक जर्मनी व जापान को पीछे छोड़ते हुए दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा।