यह दिन कीट प्रबंधन के महत्व और इसके द्वारा मानव जीवन, पर्यावरण और कृषि पर पड़ने वाले प्रभावों के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए समर्पित है।
विश्व कीट दिवस का इतिहास:
विश्व कीट दिवस की शुरुआत 6 जून 2017 को बीजिंग, चीन में हुई थी।
इसे चीनी कीट नियंत्रण संघ ने आरंभ किया था।
इसे एशियाई एवं ओशियानिया कीट प्रबंधक संघ (FAOPMA), राष्ट्रीय कीट प्रबंधन संघ (NPMA) और यूरोपीय कीट प्रबंधन संघों (CEPA) का समर्थन प्राप्त था ।
विश्व कीट दिवस का उद्देश्य और महत्व:
कीट प्रबंधन के माध्यम से मानव जीवन, कृषि उत्पादन और पर्यावरण की सुरक्षा सुनिश्चित करना, ताकि हम स्वस्थ, समृद्ध और सतत भविष्य की ओर बढ़ सकें।
कीट जैसे मच्छर, तिलचट्टे और चूहे कई गंभीर बीमारियाँ फैलाते हैं, जैसे मलेरिया, डेंगू और चिकनगुनिया। विश्व कीट दिवस पर इन बीमारियों से बचाव और कीट नियंत्रण की जागरूकता बढ़ाई जाती है।
कीट फसलों को नुकसान पहुंचाकर किसानों की आमदनी प्रभावित करते हैं। इस दिन किसानों को सुरक्षित और प्रभावी कीट प्रबंधन के उपायों के बारे में बताया जाता है, ताकि फसल बचाई जा सके और खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित हो।
पारंपरिक कीटनाशकों के पर्यावरणीय नुकसान को कम करने के लिए प्राकृतिक और जैविक नियंत्रण के तरीकों को बढ़ावा दिया जाता है, जिससे पर्यावरण संतुलन बना रहे।
कीट नियंत्रण में लगे वैज्ञानिक और तकनीशियनों के योगदान को मान्यता दी जाती है, जो स्वास्थ्य और कृषि सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
कीट प्रबंधन केवल विशेषज्ञों का काम नहीं, बल्कि पूरे समाज की जिम्मेदारी है। यह दिन लोगों को सफाई और कीट नियंत्रण के प्रति जागरूक करता है ताकि स्वस्थ और सुरक्षित वातावरण बन सके।
प्रश्न. विश्व कीट दिवस प्रतिवर्ष किस तिथि को मनाया जाता है?