चर्चा में क्यों ?
भारतीय शहर चेन्नई 2027 में पाँचवें तटरक्षक वैश्विक शिखर सम्मेलन (Coast Guard Global Summit – CGGS) की मेज़बानी करेगा।

प्रमुख बिंदु:
- यह आयोजन भारतीय तटरक्षक बल की 50वीं वर्षगांठ के अवसर पर किया जाएगा।
- शिखर सम्मेलन का उद्देश्य अंतर्राष्ट्रीय समुद्री सहयोग को मज़बूत करना और समुद्र में उभरती चुनौतियों से निपटना है।
- यह निर्णय 2025 में रोम में आयोजित चौथे CGGS में सर्वसम्मति से लिया गया था
- इसमें 115 देशों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों ने भाग लिया।
महत्व
- CGGS एक द्विवार्षिक मंच है जो दुनिया भर के तटरक्षकों को एक साथ लाता है।
- यह समुद्री सुरक्षा, संरक्षा और पर्यावरण संरक्षण पर संवाद और अनुभव साझा करने का अवसर प्रदान करता है।
- 2027 के शिखर सम्मेलन में अंतर्राष्ट्रीय तट रक्षक बेड़े की समीक्षा और विश्व तट रक्षक संगोष्ठी आयोजित की जाएगी।
- ये गतिविधियाँ वैश्विक स्तर पर समुद्री चुनौतियों का सामूहिक मुकाबला करने की प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं।
मुख्य विषय
- समुद्री खोज और बचाव (SAR)
- समुद्री प्रदूषण नियंत्रण
- अंतर्राष्ट्रीय समुद्री अपराधों से निपटना
- सूचना साझा करना, क्षमता निर्माण, प्रशिक्षण और तकनीकी सहायता
भारत-इटली समुद्री सहयोग
- रोम शिखर सम्मेलन के दौरान, भारत के तटरक्षक महानिदेशक ने इतालवी तटरक्षक कमांडेंट से मुलाकात की।
- चर्चा भारत-इटली संयुक्त रणनीतिक कार्य योजना (2025-2029) के अंतर्गत हुई।
- दोनों देशों ने समुद्री सुरक्षा, पर्यावरण संरक्षण और अपराध रोकथाम में सहयोग बढ़ाने की प्रतिबद्धता जताई।
- यह साझेदारी समुद्री क्षेत्र में द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करेगी।
अंतर्राष्ट्रीय भागीदारी
- चौथे CGGS में 115 देशों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों ने भाग लिया।
- यह भागीदारी समुद्री चुनौतियों की वैश्विक प्रकृति को दर्शाती है।
- सम्मेलन के परिणाम दुनिया भर में नीति-निर्माण और परिचालन समन्वय को प्रभावित करते हैं।
- 2027 तक CGGS की भारत की अध्यक्षता सामूहिक समुद्री सुरक्षा के एजेंडे का मार्गदर्शन करेगी।
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प्रश्न. 2027 में पाँचवें तटरक्षक वैश्विक शिखर सम्मेलन (CGGS) की मेज़बानी कौन सा भारतीय शहर करेगा ?
(a) मुंबई
(b) चेन्नई
(c) कोच्चि
(d) विशाखापट्टनम
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