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AI सारांश और इंटरनेट ब्राउज़िंग का बदलता भविष्य

(प्रारंभिक परीक्षा: समसामयिक घटनाक्रम)
(मुख्य परीक्षा, सामान्य अध्ययन प्रश्नपत्र- 3: सूचना प्रौद्योगिकी, कंप्यूटर, रोबोटिक्स और बौद्धिक संपदा अधिकारों से संबंधित विषयों के संबंध में जागरुकता)

संदर्भ

गूगल ने हाल ही में अपनी सर्च इंजन सेवा में AI Overviews और AI Mode जैसे फीचर्स जोड़े हैं, जो यूजर को सीधे AI द्वारा तैयार किया गया उत्तर (आउटपुट) प्रदर्शित करता है। यह तकनीकी बदलाव इंटरनेट ब्राउज़िंग के तौर-तरीकों को बदल सकता है और वेबसाइट्स की ट्रैफिक पर भी गहरा प्रभाव डाल रहा है।

गूगल AI सारांश के बारे में

  • AI Overviews एवं AI Mode गूगल द्वारा पेश की गई नई सुविधाएँ हैं, जो यूज़र (उपयोगकर्ता) को सर्च पेज पर ही सारांश रूप में जवाब दे देती हैं।
  • AI Mode में पारंपरिक सर्च परिणामों को पूरी तरह हटाकर चैटबॉट के रूप में उत्तर प्रदर्शित किया जाता है।
  • इस तकनीक का उद्देश्य यूजर को बिना वेबसाइट पर क्लिक किए सीधे और त्वरित जानकारी देना है।

AI सारांश का वेबसाइट क्लिक्स पर प्रभाव

  • गूगल सर्च पर AI समरी (AI सारांश) आने पर यूज़र्स का वेबसाइट पर क्लिक करना काफी कम हो गया है।
  • Pew Research के अनुसार:
    • AI सारांश वाले पेज पर यूज़र्स ने केवल 8% मामलों में लिंक पर क्लिक किया, जबकि पारंपरिक सर्च पेज पर यह आंकड़ा 15% था।
    • सारांश के भीतर दिए गए स्रोत लिंक पर क्लिक करने की दर सिर्फ 1% रही।
    • 26% यूज़र्स AI समरी देखने के बाद पूरी ब्राउज़िंग सेशन बंद कर देते हैं।
    • अर्थात यूज़र्स वेबसाइट विज़िट के बजाय समरी पढ़कर ही सर्च समाप्त कर देते हैं।

इंटरनेट ब्राउज़िंग में परिवर्तन

  • AI Overviews एवं AI Mode के कारण ‘ज़ीरो-क्लिक सर्चेस (Zero-click Searches)’ का चलन बढ़ रहा है जिसमें यूज़र को वेबसाइट विज़िट करने की ज़रूरत नहीं होती है।
  • इससे पारंपरिक सर्च मॉडल प्रभावित हो रहा है जहाँ यूज़र पहले वेबसाइट्स के लिंक पर क्लिक कर जानकारी प्राप्त करता था।
  • ब्राउज़िंग की आदतें अब संक्षिप्त, तेज एवं AI-निर्भर हो रही हैं।
  • हालाँकि, गूगल का दावा है कि AI के कारण यूज़र और भी अधिक प्रश्न पूछ रहे हैं, जिससे नई वेबसाइट ट्रैफिक के अवसर बन रहे हैं।

भविष्य में संभावित प्रभाव 

  • वेबसाइट ट्रैफिक में गिरावट : SEO आधारित वेबसाइटों की ऑर्गेनिक ट्रैफिक घटेगी, जिससे छोटे पब्लिशर्स प्रभावित हो सकते हैं।
  • सूचना के केंद्रीकरण की संभावना : AI सारांश कुछ स्रोतों से बार-बार जानकारी लेकर इंटरनेट को एकरूप बना सकती है।
  • सही एवं गलत का जोखिम : AI द्वारा तैयार की गई समरी में त्रुटि होने पर झूठी या गलत जानकारी तेजी से फैल सकती है।
  • विज्ञापन और राजस्व मॉडल पर असर : कम क्लिक्स के कारण डिजिटल एडवर्टाइजिंग में भी गिरावट आ सकती है।
  • विकेंद्रीकरण में बाधा : AI सारांश से यूज़र कुछ ही वेबसाइट्स (जैसे- विकिपीडिया, रेडित/Reddit) पर सीमित हो सकते हैं, जो इंटरनेट की विविधता को बाधित करेगा।

आगे की राह

  • AI पारदर्शिता में सुधार : Google को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि AI सारांश में उपयोग किए गए स्रोत स्पष्ट रूप से प्रदर्शित हों।
  • विविध स्रोतों को प्राथमिकता : AI सिस्टम को अधिक विविध एवं विश्वसनीय वेबसाइट्स से जानकारी एकत्र करने के लिए प्रशिक्षित किया जाना चाहिए।
  • छोटे पब्लिशर्स की सुरक्षा : सरकार एवं डिजिटल नीति निर्धारकों को छोटे कंटेंट क्रिएटर्स के हितों की सुरक्षा के लिए नीतिगत ढांचे पर विचार करना चाहिए।
  • डिजिटल मीडिया सशक्तिकरण : वेबसाइट्स को अपने कंटेंट को AI की अनुकूलता के अनुसार तैयार करना होगा ताकि वे दृश्यता बनाए रखें।
  • नवाचार एवं वैकल्पिक प्लेटफ़ॉर्म : ब्राउज़िंग और सर्च के नए विकल्प विकसित करने की आवश्यकता है जो उपयोगकर्ता की स्वतंत्रता एवं विविधता को बनाए रखें।
  • AI नियमन का वैश्विक ढांचा : संयुक्त राष्ट्र या G20 जैसे मंचों पर AI के उपयोग और प्रभाव को लेकर वैश्विक सहमति बनाना जरूरी है।
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