अमेरिका ने AIM-120 AMRAAM (उन्नत मध्यम दूरी की हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल) की आपूर्ति के लिए रेथियॉन के साथ एक संशोधित हथियार अनुबंध में पाकिस्तान को शामिल किया है।
AMRAAM मिसाइल के बारे में
- AIM-120 AMRAAM (Advanced Medium-Range Air-to-Air Missile) दृश्य-सीमा से परे (BVR) रडार-निर्देशित मिसाइल है जिसे 1980 के दशक में अमेरिकी वायु सेना और रेथियॉन द्वारा विकसित किया गया था।
- यह ‘दागो और भूल जाओ’ क्षमता प्रदान करती है, जिससे प्रक्षेपण के बाद पायलट का मिसाइल से संपर्क नहीं रहता है और मिसाइल स्वचालित रूप से ऑनबोर्ड रडार का उपयोग करके अपने लक्ष्य पर नज़र रखती है।
- इस अनुबंध में अमेरिका (रेथियॉन टेक्नोलॉजीज) और पाकिस्तान जैसे देश शामिल हैं जबकि अन्य अंतर्राष्ट्रीय उपयोगकर्ताओं में अमेरिका के अतिरिक्त ब्रिटेन, जापान, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया व कई नाटो सहयोगी शामिल हैं।
AMRAAM मिसाइल की मुख्य विशेषताएँ
- प्रकार: दृश्य-सीमा से परे (BVR) रडार-निर्देशित मिसाइल
- सीमा: 160 किमी तक (C8/D3 वेरिएंट के लिए)
- गति: 4 मैक तक
- मार्गदर्शन प्रणाली: जड़त्वीय नेविगेशन + एक्टिव रडार होमिंग
- आपूर्ति किए गए वेरिएंट: C8 और D3 (नवीनतम पीढ़ी)
- प्लेटफ़ॉर्म: F-15, F-16, F-35, यूरोफाइटर टाइफून, ग्रिपेन आदि के साथ संगत
- शक्तियाँ: उच्च परिशुद्धता, बहु-लक्ष्य क्षमता, सभी मौसमों में उपयोगी और इलेक्ट्रॉनिक काउंटरमेसर रेसिस्टेंट
भारत में इसी प्रकार की मिसाइल
भारत AMRAAM का संचालन नहीं करता है किंतु DRDO द्वारा स्वदेशी रूप से विकसित ASTRA BVR मिसाइल है, जिसमें निम्नलिखित विशेषताएँ हैं:
- सीमा: 80-110 किमी
- गति: 4 मैक से अधिक
- मार्गदर्शन: जड़त्वीय नेविगेशन + एक्टिव रडार होमिंग
- प्लेटफार्म: Su-30 MKI, तेजस और भविष्य के भारतीय लड़ाकू विमान