(सामान्य अध्ययन प्रश्नपत्र-3: सूचना प्रौद्योगिकी, अंतरिक्ष, कंप्यूटर, रोबोटिक्स, नैनो-टैक्नोलॉजी, बायो-टैक्नोलॉजी और बौद्धिक संपदा अधिकारों से संबंधित विषयों के संबंध में जागरुकता।) |
नासा-इसरो सिंथेटिक अपर्चर रडार (निसार) मिशन पर सफल सहयोग के बाद, इसरो और स्पेसएक्स ने अमेरिका स्थित एस्ट्रानिस स्पेस टेक्नोलॉजीज द्वारा विकसित ब्लूबर्ड उपग्रह के संयुक्त प्रक्षेपण की घोषणा की है।
विशेषताएँ
- ब्लूबर्ड उपग्रह एस्ट्रानिस द्वारा विकसित एक सूक्ष्म संचार उपग्रह है जिसका उद्देश्य वैश्विक स्तर पर कम लागत वाला ब्रॉडबैंड इंटरनेट प्रदान करना है।
- इसरो की वाणिज्यिक शाखा न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड (NSIL) प्रस्तावित प्रक्षेपण को सुविधा प्रदान कर रही है।
- भारत के जीएसएलवी मार्क III (एलवीएम-3) रॉकेट के माध्यम से वर्ष 2026 की शुरुआत में श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र इसे प्रक्षेपित किया जाएगा।
भारत के लिए महत्त्व
- वैश्विक वाणिज्यिक प्रक्षेपण बाजार में इसरो की बढ़ती भूमिका।
- एक लागत प्रभावी और विश्वसनीय प्रक्षेपण सेवा प्रदाता के रूप में भारत की प्रतिष्ठा में वृद्धि।
- निसार मिशन के बाद, भारत-अमेरिका अंतरिक्ष सहयोग को सुदृढ़ता।
रणनीतिक संदर्भ
- IN-SPACe और NSIL ढाँचों के अंतर्गत अंतरिक्ष कूटनीति और व्यावसायीकरण का विस्तार करने की भारत की नीति से संबंधित।
- वैश्विक उपग्रह प्रक्षेपण बाजार में एक बड़ा हिस्सा हासिल करने की भारत की महत्त्वाकांक्षा का समर्थन।