New
GS Foundation (P+M) - Delhi : 05th Jan., 2026 Winter Sale offer UPTO 75% + 10% Off GS Foundation (P+M) - Prayagraj : 15th Dec., 11:00 AM Winter Sale offer UPTO 75% + 10% Off GS Foundation (P+M) - Delhi : 05th Jan., 2026 GS Foundation (P+M) - Prayagraj : 15th Dec., 11:00 AM

कैप्टागॉन

हाल ही में जर्मनी में कैप्टागॉन दवा के अवैध व्यापार और तस्करी में शामिल आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।

क्या है कैप्टागॉन

  • यह एक अत्यधिक नशे की लत वाली एम्फ़ैटेमिन-प्रकार की दवा है, जो मुख्य रूप से सीरिया में उत्पादित होती है और पूरे पश्चिम एशिया में व्यापक रूप से तस्करी की जाती है।
    • पहली बार 1960 के दशक में जर्मन कंपनी डेगुसा फार्मा ग्रुप ने मनोविकारों और नार्कोलेप्सी जैसी स्थितियों के इलाज के लिए कैप्टागॉन विकसित की थी।
    • वर्तमान में तस्करी की जाने वाली कैप्टागॉन गोलियां जर्मनी की इस दवा का नकली संस्करण है। 
  • कैप्टागॉन गोलियां, अन्य एम्फ़ैटेमिन-आधारित दवाओं की तरह, केंद्रीय तंत्रिका तंत्र को उत्तेजित करती हैं, जिससे अत्यधिक ऊर्जा और उत्साह का अनुभव होता है।
  • कैप्टागॉन या अन्य एम्फ़ैटेमिन दवाएँ का आम तौर पर लगभग 36 घंटे तक रक्त में असर होता है। 
    • इनका प्रभाव सेवन के एक से तीन घंटे बाद से शुरू होकर 7 से 12 घंटे तक रहता है।

दुष्प्रभाव 

  • इन दवाओं के अत्यधिक सेवन से भूख और वज़न में कमी, तेज़ हृदय गति, अनियमित दिल की धड़कन, रक्तचाप में वृद्धि और दिल का दौरा जैसी हृदय संबंधी समस्याएं हो सकती हैं, जिससे मृत्यु भी हो सकती है।
  • इसके अलावा, ये शरीर के तापमान में वृद्धि, त्वचा का लाल होना, याददाश्त में कमी, स्पष्ट रूप से सोचने में समस्या और स्ट्रोक का कारण भी बन सकते हैं।
« »
  • SUN
  • MON
  • TUE
  • WED
  • THU
  • FRI
  • SAT
Have any Query?

Our support team will be happy to assist you!

OR