भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) ने जीनोमिक निगरानी एवं महामारी संबंधी तैयारी को बढ़ावा देने के लिए ‘नक्षत्र’ नामक उच्च प्रदर्शन वाली कंप्यूटिंग सुविधा शुरू की है।
नक्षत्र के बारे में
- क्या है : यह राष्ट्रीय वायरोलॉजी संस्थान (NIV), पुणे में स्थापित एक अत्याधुनिक उच्च प्रदर्शन कंप्यूटिंग (HPC) सुविधा है जिसे देश भर में जीनोमिक अनुक्रमण एवं रोगज़नक़ निगरानी में तेज़ी लाने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
- विकास : प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत स्वास्थ्य अवसंरचना मिशन (PM- ABHIM) के तहत विकसित
नक्षत्र की विशेषताएँ एवं कार्यप्रणाली
- तीव्र डाटा प्रोसेसिंग : यह वायरस के जीन (DNA/RNA) के अनुक्रम (सीक्वेंसिंग) का बहुत तेजी से विश्लेषण करता है।
- पहले एक वायरस की पूरी जानकारी में हफ्तों लगते थे, अब यह कार्य 24-48 घंटों में हो जाएगा।
- यह सुपरकंप्यूटर जटिल गणनाओं को तेजी से करता है, जिससे वैज्ञानिकों को वायरस की संरचना एवं बदलाव जल्दी समझ आते हैं।
- जटिल डाटा स्टोरेज एवं प्रबंधन : नक्षत्र में बहुत ज्यादा डाटा स्टोर करने की क्षमता है, जैसे- वायरस के जीनोमिक डाटा, जो अत्यधिक मात्रा में होता है। यह डाटा को व्यवस्थित रखता है ताकि वैज्ञानिक आसानी से उसका उपयोग कर सकें।
- जीनोमिक निगरानी : यह वायरल जीनोमिक निगरानी को बढ़ाता है जो भविष्य की महामारियों के लिए राष्ट्रीय तैयारियों में मदद करता है।
- एआई-संचालित अनुसंधान : वैक्सीन एवं दवा विकास में तेजी लाने के लिए जटिल बायोइन्फॉर्मेटिक्स वर्कफ्लो (जैसे- नेक्स्ट-जेनरेशन सीक्वेंसिंग, ट्रांसक्रिप्टोमिक्स, फाइलोजेनेटिक्स, मेटाजेनोमिक्स) का समर्थन करता है।
- केंद्रीय डाटा भंडार : यह प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत स्वास्थ्य बुनियादी ढांचा मिशन (PMABHIM) के तहत विकसित हाई परफॉर्मेंस कंप्यूटिंग नेक्स्ट जेनरेशन सीक्वेंसिंग हब का हिस्सा है और शुरूआत में पाँच ICMR संस्थानों के लिए अनुक्रमण डाटा का केंद्रीय भंडार होगा।