जारीकर्ता :रॉयटर्स इंस्टीट्यूट फॉर द स्टडी ऑफ जर्नलिज्म
आधार :यह रिपोर्ट भारत सहित 48 देशों में 1 लाख समाचार उपभोक्ताओं के वार्षिक सर्वेक्षण पर आधारित है।
प्रमुख निष्कर्ष
रिपोर्ट के अनुसार वैश्विक स्तर पर समाचारों पर भरोसा पिछले वर्ष के स्तर के बराबर 40% पर ही रहा है।
फिलीपींस, थाईलैंड, केन्या एवं भारत में अब ज़्यादा लोग समाचार पढ़ने के बजाय देखना पसंद करते हैं जिससे व्यक्तित्व आधारित समाचार निर्माताओं की ओर रुझान बढ़ रहा है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एवं जनरेटिव ए.आई. पर प्रभावशाली लोग समाचार प्राप्त करने के लिए वैकल्पिक मीडिया वातावरण को प्रोत्साहित कर रहे हैं।
भारतीय लोग समाचार के लिए वीडियो सामग्री को प्राथमिकता देते हैं और समाचारों को सारांशित व निजीकृत करने के लिए जनरेटिव ए.आई. पर भरोसा करते हैं।
प्रसारण, प्रिंट मीडिया एवं समाचार वेबसाइटों से जुड़ाव में गिरावट देखी जा रही है क्योंकि यूट्यूब व ऑनलाइन एग्रीगेटर्स जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से उपभोग की जाने वाली खबरों की हिस्सेदारी बढ़ रही है।
युवा लोगों में प्रकाशकों की वेबसाइटों से समाचार पढ़ने की संभावना कम होती है। 18 से 34 वर्ष की आयु के लगभग 41% उत्तरदाता सोशल मीडिया एवं यूट्यूब जैसी साइटों को अपने समाचार का मुख्य स्रोत मानते हैं।
भारतीय उत्तरदाताओं के बीच ए.आई. ‘आराम का स्तर’ 44% था, जिसमें हर पाँचवा उपयोगकर्ता साप्ताहिक समाचार प्राप्त करने के लिए चैटबॉट का उपयोग करता है।