दिल्ली सरकार के मौलाना आज़ाद मेडिकल कॉलेज में देश का पहला दन्त केंद्रीय ऊतक बैंक (Central Tissue Bank) शुरू किया गया है।
केंद्रीय ऊतक बैंक के बारे में
- यह ऊतक बैंक देश के किसी भी डेंटल संस्थान में पहली बार शुरू किया गया है।
- इसे दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. पंकज कुमार सिंह ने लॉन्च किया।
- इसका उद्देश्य है कि डेंटल इम्प्लांट या जबड़े की हड्डी से जुड़ी सर्जरी में आने वाली समस्याओं को कम किया जा सके।
विशेषताएँ
- मलेशिया की यूनिवर्सिटी से तकनीकी प्रशिक्षण प्राप्त फैकल्टी और स्टाफ।
- हड्डी और ग्राफ्ट तैयार करने की सुविधा।
- अत्याधुनिक उपकरण:
- बोन सॉ मशीन
- UV लैमिनार एयर फ्लो चेंबर
- वॉटर शेकर
- सेंट्रीफ्यूज
- मल्टी-परपज़ डीप फ्रीज़र
- डिज़ीज-फ्री और सुरक्षित ऊतक उपलब्ध कराना।
लाभ
- डेंटल इम्प्लांट की सफलता दर में सुधार।
- जबड़े की हड्डी की मरम्मत या पुनर्निर्माण आसान।
- नेत्र और त्वचा विभाग के मरीजों के लिए भी लाभकारी।
- भारत में ऊतक की कमी और महंगाई से राहत।
- मरीजों को स्थानीय स्तर पर गुणवत्तापूर्ण ऊतक उपलब्ध।
- खर्च में 25% तक की कमी, जिससे सामान्य मरीजों को राहत मिलेगी।
इसे भी जानिए!
ऊतक क्या होते हैं
- ऊतक (Tissue) शरीर की वे कोशिकाएँ होती हैं जो एक जैसे कार्य करती हैं और एक साथ मिलकर किसी अंग को बनाती हैं। जैसे- मांसपेशी ऊतक, हड्डी ऊतक, तंत्रिका ऊतक आदि।
- खोजकर्ता : ऊतकों के अध्ययन की शुरुआत मार्केलो मालपीघी (Marcello Malpighi) और बिचाट (Xavier Bichat) जैसे वैज्ञानिकों ने 17वीं और 18वीं शताब्दी में की थी। बिचाट को ‘आधुनिक ऊतक विज्ञान का जनक’ माना जाता है।
- ऊतकों के प्रकार
- एपिथीलियल ऊतक (Epithelial) : त्वचा और आंतरिक अंगों की सतह।
- स्नायु ऊतक (Muscular) : मांसपेशियाँ और गति से जुड़ी क्रियाएँ।
- तंत्रिका ऊतक (Nervous) : मस्तिष्क और तंत्रिका प्रणाली।
- संयोजी ऊतक (Connective) : हड्डी, रक्त, उपास्थि आदि।
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