19 जून, 2025 को केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने ‘जेंडर बजटिंग नॉलेज हब’ नामक एक वेब पोर्टल का शुभारंभ किया।
जेंडर बजटिंग नॉलेज हब पोर्टल के बारे में
- परिचय : यह जेंडर बजटिंग प्रक्रियाओं से संबंधित सभी सूचनाओं का एक डिजिटल मंच है जिसे महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने विकसित किया है।
- उद्देश्य : इसका उद्देश्य लैंगिक समानता को बढ़ावा देना और जेंडर बजटिंग की प्रक्रियाओं को मजबूत करने के लिए नीति निर्माताओं, हितधारकों, शोधकर्ताओं व अन्य संबंधित पक्षों को संसाधन, डाटा एवं उपकरण प्रदान करना है।
- प्रमुख विशेषताएँ :
- डाटा एवं संसाधनों का केंद्रीकरण : विभिन्न क्षेत्रों में जेंडर बजटिंग से संबंधित डाटा, केस स्टडी, सर्वोत्तम प्रथाएँ और अनुसंधान सामग्री को एक मंच पर उपलब्ध कराना
- लैंगिक समानता को बढ़ावा देना : नीतियों में लैंगिक संवेदनशीलता को शामिल करने के लिए दिशानिर्देश एवं संसाधन प्रदान करना
- क्षमता निर्माण : नीति निर्माताओं, सरकारी अधिकारियों और हितधारकों को प्रशिक्षण व उपकरण प्रदान करके जेंडर बजटिंग की समझ को बढ़ाना
- सहयोग व संवाद: विभिन्न मंत्रालयों, राज्य सरकारों, शैक्षणिक संस्थानों व गैर-सरकारी संगठनों के बीच सहयोग को प्रोत्साहित करना
- पोर्टल का महत्व : लैंगिक अंतर को कम करने, आर्थिक विकास में योगदान देने, महिला सशक्तिकरण, नीति निर्माण में पारदर्शिता लाने और विकसित भारत@2047 की दिशा में सहायक
क्या है जेंडर बजटिंग
- जेंडर बजटिंग एक ऐसी रणनीति है जिसमें बजट निर्माण एवं आवंटन प्रक्रिया में लैंगिक परिप्रेक्ष्य को शामिल किया जाता है।
- इसका लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि सरकारी नीतियाँ एवं संसाधन महिलाओं व पुरुषों दोनों को समान रूप से लाभ पहुंचाएँ जिससे लैंगिक असमानता को कम किया जा सके।
- भारत में जेंडर बजटिंग की शुरुआत वर्ष 2005-06 में हुई थी और यह विभिन्न योजनाओं, जैसे- बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ, उज्ज्वला योजना एवं मिशन शक्ति के माध्यम से लागू की जा रही है।
प्रमुख उपलब्धियाँ एवं आंकड़े
- विगत 11 वर्षों में जेंडर बजट आवंटन में साढ़े चार गुना वृद्धि हुई है यह वर्ष 2014-15 में 0.98 लाख करोड़ रुपए से बढ़कर वर्ष 2025-26 में 4.49 लाख करोड़ रुपए हो गया है।
- वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए 4.49 लाख करोड़ रुपए का जेंडर बजट आवंटित किया गया है जो पिछले वर्ष की तुलना में इस आवंटन में 37% की वृद्धि दर्शाता है।