| (प्रारंभिक परीक्षा: समसामयिक घटनाक्रम) |
चर्चा में क्यों
13 नवंबर 2025 को नई दिल्ली में 7वीं भारत–कनाडा मंत्री स्तरीय व्यापार और निवेश संवाद (India-Canada Ministerial Dialogue on Trade and Investment) आयोजित किया गया।

भारत-कनाडा आर्थिक संवाद
- यह संवाद न्यू रोडमैप 2025 का हिस्सा था, जो दोनों देशों के बीच व्यापारिक और निवेश संबंधों को गति देने के लिए तैयार किया गया है।
- इसमें भारत के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और कनाडा के अंतरराष्ट्रीय व्यापार एवं आर्थिक विकास मंत्री मनिंदर सिद्धू ने भाग लिया।
मुख्य बिंदु
महत्वपूर्ण खनिजों पर मजबूत साझेदारी
- दोनों देशों ने एक संयुक्त बयान में घोषणा की कि वे महत्वपूर्ण खनिजों (Critical Minerals) में लंबे समय की सप्लाई चेन साझेदारी विकसित करेंगे।
- गौरतलब है कि महत्वपूर्ण खनिज वैश्विक ऊर्जा परिवर्तन, बैटरी निर्माण, इलेक्ट्रिक वाहनों और नई पीढ़ी की तकनीकों के लिए अत्यंत आवश्यक हैं।
- इस साझेदारी से भारत को ऊर्जा सुरक्षा और औद्योगिक विस्तार में बड़ा लाभ मिलेगा, जबकि कनाडा के लिए यह एक विश्वसनीय और तेजी से बढ़ते बाज़ार से जुड़ने का अवसर है।
संयुक्त कार्य सहयोग क्षेत्र
- स्वच्छ ऊर्जा (Clean Energy)
- ऊर्जा परिवर्तन (Energy Transition)
- नई औद्योगिक तकनीकों (New-age Industrial Expansion)
ये सेक्टर भविष्य की वैश्विक अर्थव्यवस्था की रीढ़ माने जाते हैं, और भारत–कनाडा सहयोग दोनों देशों के लिए रणनीतिक महत्व रखता है।
एयरोस्पेस और द्वि-उपयोगी क्षमताओं में अवसर
- दोनों मंत्रियों ने यह भी सहमति जताई कि वे एयरोस्पेस सेक्टर, और द्वि-उपयोगी तकनीकों (Dual-use Capabilities) में निवेश एवं व्यापारिक अवसरों की पहचान और विस्तार करेंगे।
- ड्रोन, रक्षा-प्रयोग योग्य तकनीकें, अंतरिक्ष सहयोग और उच्च-प्रदर्शन सामग्रियाँ इस साझेदारी के अंतर्गत आ सकती हैं।