चर्चा में क्यों ?
भारत ने हाल ही में त्रि-सेवा शिक्षा कोर के गठन और एक संयुक्त सैन्य स्टेशन स्थापित करने की योजना की घोषणा की है। यह कदम रक्षा क्षेत्र में सुधार और सैन्य तैयारी को बढ़ावा देने के उद्देश्य से उठाया गया है।

त्रि-सेवा शिक्षा कोर क्या है ?
- यह एक सैन्य प्रशिक्षण और शिक्षा इकाई होगी, जो थल, नौ, और वायु सेना के कर्मियों को एक साथ प्रशिक्षित करेगी।
- इसका उद्देश्य सशस्त्र बलों में एकीकृत सोच और संचालन कौशल को बढ़ाना है।
- यह सैन्य नेतृत्व, रणनीति, तकनीकी कौशल और डिजिटल युद्ध कौशल के प्रशिक्षण में मदद करेगा।
संयुक्त सैन्य स्टेशन का महत्व:
- यह स्टेशन सभी तीन सेनाओं के संचालन केंद्र के रूप में काम करेगा।
- विभिन्न सेवाओं के बीच सहयोग, सूचना साझा करना और सामरिक योजनाओं का समन्वय आसान होगा।
- इसे आधुनिक तकनीक और हथियार प्रणालियों के परीक्षण और प्रशिक्षण के लिए भी प्रयोग किया जाएगा।
रणनीतिक निहितार्थ:
- यह कदम भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा और सामरिक तैयारियों को मजबूत करता है।
- सीमावर्ती क्षेत्रों और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में भारत की रणनीतिक मौजूदगी बढ़ाने में मदद करेगा।
- अंतर-सेवा तालमेल और डिजिटल युद्ध क्षमता को बढ़ाकर यह भविष्य की लड़ाइयों के लिए तैयारियाँ सुनिश्चित करता है।
वैश्विक परिप्रेक्ष्य:
- अमेरिका, ब्रिटेन और अन्य देश पहले से ही संयुक्त सैन्य प्रशिक्षण और स्टेशनों का लाभ उठा रहे हैं।
- भारत का यह कदम वैश्विक रुझानों के अनुरूप सैन्य शिक्षा और क्षमता निर्माण में आधुनिकरण को दर्शाता है।
प्रश्न. संयुक्त सैन्य स्टेशन किसके लिए स्थापित किया जा रहा है ?
(a) केवल थल सेना
(b) केवल वायु सेना
(c) सभी तीन सेनाओं (थल, नौ और वायु) के सहयोग और संचालन के लिए
(d) केवल नौसेना
|