चर्चा में क्यों ?
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने लोकसभा में एक विशेष चर्चा के दौरान सरकार की अंतरिक्ष महत्वाकांक्षाओं की रूपरेखा पेश की। उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य 2035 तक एक क्रियाशील भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन स्थापित करना और 2040 तक चंद्रमा पर भारतीय चालक दल भेजना है।

प्रमुख बिंदु:
- मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि ये मिशन 2047 तक विकसित भारत बनने के निर्धारित लक्ष्य से पहले पूरा कर लिए जाएंगे। चर्चा का विषय था:
- अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री -2047 तक विकसित भारत के लिए अंतरिक्ष कार्यक्रम की महत्वपूर्ण भूमिका।
अंतरिक्ष यात्रियों की उपलब्धियाँ
- मंत्री ने भारतीय वायु सेना के ग्रुप कैप्टन सुभांशु शुक्ला की अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर सफल मिशन की सराहना की।
- उन्होंने कहा कि उनकी इस उपलब्धि पर पूरा देश गर्व महसूस कर रहा है।
पिछले 11 वर्षों में अंतरिक्ष क्षेत्र में सुधार
- मंत्री ने पिछले 11 वर्षों में अंतरिक्ष क्षेत्र में किए गए कार्यों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में अंतरिक्ष क्षेत्र में कई सुधार हुए हैं:
- अंतरिक्ष क्षेत्र को निजी कंपनियों के लिए खोला गया, जिससे नवाचार और अनुसंधान को बढ़ावा मिला।
- कई स्टार्ट-अप अंतरिक्ष क्षेत्र में सक्रिय हैं।
- ऑपरेशन सिंदूर जैसे अभियानों के दौरान उपयोग की गई तकनीकें भी इसी अवधि में विकसित हुईं।
- अंतरिक्ष क्षेत्र का सामाजिक और आर्थिक योगदान
- मंत्री ने अंतरिक्ष क्षेत्र के अनुसंधान और नवाचारों के व्यापक सामाजिक और आर्थिक योगदान को रेखांकित किया।
- अंतरिक्ष तकनीक विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
- ये नवाचार जनजीवन को आसान और सुरक्षित बना रहे हैं।
- अंतरिक्ष क्षेत्र ने भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास में अहम योगदान दिया है।
भारत की अंतरिक्ष स्थिति (संक्षिप्त)
- अंतरिक्ष एजेंसी: ISRO (1969, बेंगलुरु)
- लॉन्च वाहन: PSLV, GSLV, मानवयुक्त मिशन के लिए विशेष रॉकेट
- महत्वपूर्ण मिशन:
- चंद्रयान-1 (2008) : पानी की खोज
- चंद्रयान-2 (2019) : ऑर्बिटर + रोवर
- मंगलयान (2013) : मंगल ऑर्बिटर मिशन
- Gaganyaan : मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन
- भविष्य के लक्ष्य:
- 2035: भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन
- 2040: मानवयुक्त चंद्रमा मिशन
- निजी क्षेत्र: स्टार्ट-अप्स और नवाचार को बढ़ावा, उपग्रह निर्माण और अनुसंधान
- अंतरराष्ट्रीय सहयोग: रूस, अमेरिका, फ्रांस, जापान, इज़राइल
- सामाजिक-आर्थिक योगदान: संचार, मौसम पूर्वानुमान, कृषि, आपदा प्रबंधन
- प्रधान उद्देश्य: 2047 तक विकसित भारत के लिए तकनीकी और अंतरिक्ष क्षेत्र में सशक्तिकरण
प्रश्न. भारत का लक्ष्य 2035 तक क्या है ?
(a) मंगल पर मानव मिशन
(b) अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन में भागीदारी
(c) एक क्रियाशील भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन स्थापित करना
(d) चंद्रमा पर मानव मिशन
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