(प्रारंभिक परीक्षा: अंतर्राष्ट्रीय संगठन) |
चर्चा में क्यों
1 से 3 जून तक नई दिल्ली के भारत मंडपम में अंतरराष्ट्रीय वायु परिवहन संघ की 81वीं वार्षिक आम बैठक और विश्व वायु परिवहन शिखर सम्मेलन (WATS) आयोजित किया जायेगा। यह बैठक 42 वर्षों के अंतराल के बाद भारत में आयोजित की जा रही है।
अंतर्राष्ट्रीय वायु परिवहन संघ के बारे में

- क्या है : यह अंतर्राष्ट्रीय एयरलाइनों के हितों का प्रतिनिधित्व करने वाला एक वैश्विक व्यापार संगठन है।
- यह अंतर्राष्ट्रीय वायु यातायात एसोसिएशन का उत्तराधिकारी संघ है, जिसका गठन वर्ष 1919 में नीदरलैंड के हेग में किया गया था।
- स्थापना: वर्ष 1945 में हवाना, क्यूबा में
- मुख्यालय: मॉन्ट्रियल, कनाडा
- उद्देश्य : वाणिज्यिक वायु परिवहन को सुरक्षित, नियमित, कुशल और किफायती बनाना।
- क्षेत्रीय कार्यालय : जिनेवा, स्विट्ज़रलैंड
- सदस्यता: भारत सहित 120 देशों की लगभग 300 से अधिक एयरलाइंस
- ये एयरलाइंस वैश्विक हवाई यातायात के लगभग 83% का प्रतिनिधित्व करती हैं।
मुख्य कार्य
- मानकीकरण : टिकटिंग, कागज़ी कार्य और हवाई सुरक्षा के मानकों को स्थापित करना एवं एयरलाइंस के बीच इंटरलाइन समझौता को सुगम बनाना।
- सुरक्षा : वैश्विक विमानन सुरक्षा में सुधार हेतु IATA परिचालन सुरक्षा ऑडिट (IOSA) की निगरानी।
- कार्यक्षमता : हवाई परिवहन संचालन को लागत प्रभावी और पर्यावरण के अनुकूल बनाना।
- नियामकीय प्रतिनिधित्व : एयरलाइंस के हितों को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उठाना (जैसे ICAO, WTO आदि)।
- सतत विकास : जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए कार्बन न्यूट्रैलिटी के लक्ष्यों को प्रोत्साहित करना (जैसे- 2050 तक शून्य-कार्बन उत्सर्जन लक्ष्य)।
भारत और IATA
- भारत की प्रमुख एयरलाइंस (जैसे Air India, IndiGo, Vistara आदि) IATA की सदस्य हैं।
- भारत में नागरिक उड्डयन के क्षेत्र में डिजिटलीकरण, सुरक्षा और हरित विमानन नीति में IATA सहयोग करता है।