(प्रारंभिक परीक्षा: समसामयिक घटनाक्रम) (मुख्य परीक्षा, सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र-3: आपदा और आपदा प्रबंधन; संरक्षण, पर्यावरण प्रदूषण और क्षरण, पर्यावरण प्रभाव का आकलन।) |
चर्चा में क्यों
केरल सरकार ने लाइबेरिया ध्वज वाले मालवाहक जहाज MSC Elsa-3 के मलबे को राज्य-विशिष्ट आपदा घोषित किया है।
कोच्चि जहाज आपदा के बारे में
- MSC Elsa-3 मालवाहक जहाज, जो विझिंजम से कोच्चि के लिए रवाना हुआ था, अपने बंदरगाह से 38 किमी. दक्षिण-पश्चिम में भारी मौसम का सामना करने के बाद 24 मई को डूब गया।
- यह जहाज 643 कंटेनर ले जा रहा था, जिसमें 13 कैल्शियम कार्बाइड और 46 हाइड्रैजीन (Hydrazine)-आधारित प्लास्टिक घटक थे।
- इनमें से 12 कंटेनर में खतरनाक आग लगाने वाली सामग्री थी, जो जहाज डूबने से निकटतम समुद्री तटों पर पहुँच गई।
महत्त्वपूर्ण तथ्य
हाइड्रैजीन (Hydrazine) के बारे में
- एक अकार्बनिक यौगिक है जिसका रासायनिक सूत्र N2H4 है।
- यह रंगहीन, ज्वलनशील द्रव है जिसमें अमोनिया जैसी गंध आती है।
- यह डायाजेन (diazane) के नाम से भी जाना जाता है।
- यह एक अत्यधिक विषैला और अस्थिर पदार्थ है, इसलिए विलयन में रखा जाता है।
- अनुप्रयोग :
- रॉकेट के ईंधन, औषधि निर्माण, नाभिकीय और गैर-नाभिकीय विद्युत संयंत्रों में वाष्प चक्र में घुलित ऑक्सीजन की सांद्रता को कम करने जैसे क्षेत्रों में।
- यह बहुलक फोम के निर्माण में 'फोमिंग एजेंट' के रूप में, बहुलीकारक उत्प्रेरक के उपयोग से पहले और कृषि रसायनों के निर्माण में भी उपयोग किया जाता है।
कैल्शियम कार्बाइड (Calcium Carbide) के बारे में
- यह एक एक रंगहीन और गंधहीन ठोस पदार्थ है।
- इसे कैल्शियम एसिटिलाइड के नाम से भी जाना जाता है।
- इसका रासायनिक सूत्र CaC₂ है।
- यह मुख्य रूप से एसिटिलीन गैस और कैल्शियम साइनामाइड के उत्पादन में इस्तेमाल होता है।
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राज्य आपदा घोषित
- केरल सरकार ने कोच्चि जहाज दुर्घटना को राज्य आपदा घोषित कर दिया है।
- वित्तपोषण : राज्य आपदा प्रतिक्रिया कोष (एस.डी.आर.एफ.) द्वारा
- राज्य आपदा घोषित होने के बाद इस निधि का 10% पीड़ितों को तत्काल राहत प्रदान करने के लिए किया जा सकता है।
- आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 के अनुसार, राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एस.डी.एम.ए.)
- राज्य स्तर : मुख्यमंत्री एस.डी.एम.ए. के पदेन अध्यक्ष होते हैं।
- जिला स्तर : जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डी.डी.एम.ए.) का नेतृत्व जिला कलेक्टर करता है।
संबंधित चिंताएं
- राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार, जहाज के मलबे से केरल के तट के लिए पर्यावरणीय, सामाजिक और आर्थिक दोनों दृष्टि से गंभीर खतरा पैदा हो गया है।
- इस समुद्री घटना ने गंभीर पर्यावरणीय चिंताएं उत्पन्न कर दी हैं, जिनमें तेल रिसाव की संभावना और केरल की 640 किमी. लंबी तटरेखा से लगे तटीय जल में कार्गो कंटेनरों सहित खतरनाक पदार्थों एवं मलबे के बहने की संभावना शामिल है।
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आपदा के बारे में
- परिभाषा : आपदा को आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 के विनिर्देशों के अनुसार परिभाषित किया गया है।
- इसके अनुसार, "आपदा" का अर्थ किसी क्षेत्र में होने वाली तबाही, दुर्घटना, विपत्ति या गंभीर घटना है।
- यह प्राकृतिक या मानव निर्मित कारणों से, या दुर्घटना या लापरवाही से उत्पन्न हो सकती है।
- इसका परिणाम निम्नलिखित होना चाहिए:
- जीवन की भारी क्षति या मानवीय पीड़ा (या)
- संपत्ति को नुकसान पहुंचाना और नष्ट करना (या)
- पर्यावरण को क्षति या उसका ह्रास
- या ऐसी प्रकृति या परिमाण का होना चाहिए कि प्रभावित क्षेत्र के समुदाय की सामना करने की क्षमता से परे हो।
- प्राकृतिक आपदा में भूकंप, बाढ़, भूस्खलन, चक्रवात, सुनामी, शहरी बाढ़, गर्म लहर आदि शामिल हो सकते हैं।
- इसमें परमाणु, जैविक और रासायनिक प्रकृति की मानव निर्मित आपदा भी शामिल हो सकती है।
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