चर्चा में क्यों ?
- केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल ने नई दिल्ली में लॉजिस्टिक्स डेटा बैंक (LDB) 2.0 का शुभारंभ किया।
- यह भारत की डिजिटल रूप से सशक्त और वैश्विक रूप से प्रतिस्पर्धी अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
- LDB 2.0 रीयल-टाइम डेटा ट्रैकिंग, मल्टी-मॉडल विज़िबिलिटी और उच्च-समुद्री कंटेनर निगरानी की सुविधा प्रदान करता है, जिससे आपूर्ति श्रृंखला दक्षता और निर्यात प्रतिस्पर्धात्मकता में सुधार होगा।
- विशेष रूप से एमएसएमई और निर्यातकों को इससे लाभ मिलेगा।
शुभारंभ तिथि: 20 सितंबर 2025
स्थान: नई दिल्ली
लॉन्च किया गया: केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री, श्री पीयूष गोयल द्वारा
विकसितकर्ता: एनआईसीडीसी लॉजिस्टिक्स डेटा सर्विसेज (एनएलडीएसएल)
LDB 2.0 क्या है?

LDB 2.0 एनएलडीएसएल द्वारा विकसित भारत की लॉजिस्टिक्स ट्रैकिंग प्रणाली का उन्नत संस्करण है। यह पिछले डिजिटल प्रयासों पर आधारित है और इसमें कई नए सुधार शामिल हैं:
- उच्च समुद्री कंटेनर ट्रैकिंग: निर्यातक अब भारतीय बंदरगाहों से प्रस्थान के बाद अंतर्राष्ट्रीय जल क्षेत्र में भी कंटेनरों को ट्रैक कर सकते हैं।
- मल्टी-मॉडल शिपमेंट दृश्यता: सड़क, रेल और समुद्र मार्गों पर कंटेनर, ट्रक, ट्रेलर नंबर और रेलवे FNR डेटा को एकीकृत करता है।
- यूलिप API एकीकरण: लॉजिस्टिक्स डेटा का निर्बाध आदान-प्रदान सुनिश्चित करता है।
- लाइव कंटेनर हीटमैप: पूरे भारत में कंटेनर वितरण को प्रदर्शित करता है, जिससे नीति निर्माताओं को क्षेत्रीय असंतुलन का पता लगाने में मदद मिलती है।
LDB 2.0 क्यों महत्वपूर्ण है
- निर्यात प्रतिस्पर्धा बढ़ाना: उच्च लॉजिस्टिक्स लागत को कम कर रीयल-टाइम ट्रैकिंग और पूर्वानुमानात्मक विश्लेषण से निर्यातकों की प्रतिस्पर्धात्मकता बढ़ाना।
- एमएसएमई और स्टार्टअप सशक्तिकरण: छोटे निर्यातकों को बड़े निगमों के समान डेटा-संचालित उपकरण उपलब्ध कराना।
- आपूर्ति श्रृंखला विश्वसनीयता: दक्षता और समयबद्ध डिलीवरी सुनिश्चित करना।
- वैश्विक विश्वसनीयता: भारत की आपूर्ति श्रृंखला की विश्वसनीयता बढ़ाकर अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में विश्वास पैदा करना।
- विकासशील भारत@2047: प्लेटफ़ॉर्म भारत की लॉजिस्टिक्स डिजिटल रीढ़ को मजबूत करता है और औद्योगिक विकास के लिए तैयार करता है।
सरकार का दृष्टिकोण और नेतृत्व
- श्री पीयूष गोयल ने लॉन्च के दौरान कहा कि LDB 2.0 केवल तकनीकी उन्नयन नहीं है, बल्कि यह रणनीतिक सुधार है।
- डेटा, पारदर्शिता और डिजिटल बुनियादी ढाँचे के माध्यम से भारत निर्यात महाशक्ति बनने के अपने लक्ष्य के और करीब पहुँच सकता है।
- सरकार इस प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से निम्नलिखित लक्ष्यों को भी बढ़ावा दे रही है:
- मेक इन इंडिया को बढ़ावा देना
- व्यापार करने में आसानी को मजबूत करना
- एक निर्बाध और एकीकृत लॉजिस्टिक्स पारिस्थितिकी तंत्र बनाना
प्रश्न:- लॉजिस्टिक्स डेटा बैंक (LDB) 2.0 का विकास किसने किया है?
(a) भारतीय रेलवे
(b) एनआईसीडीसी लॉजिस्टिक्स डेटा सर्विसेज (एनएलडीएसएल)
(c) भारतीय वाणिज्य मंत्रालय
(d) मेक इन इंडिया टीम
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